ग्रेटा गेरविग की फिल्म ‘बार्बी’ को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब कुवैत ने इस फिल्म पर बैन लगा दिया है। सार्वजनिक नैतिकता और सामाजिक परंपराओं की रक्षा की दुहाई देते हुए प्रतिबंध लगाया गया है।
द हॉलीवुड रिपोर्टर के मुताबिक कुवैत फिल्म सेंसरशिप समिति के अध्यक्ष लफी अल-सुबाई ने कहा है कि यह फिल्म अस्वीकार्य व्यवहार को प्रोत्साहित करती है और समाज के मूल्यों को विकृत करती है। मार्गोट रॉबी और रयान गोसलिंग की मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म 21 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। उसके बाद से ही मुस्लिम देशों में इस फिल्म को लेकर खासा बवाल मचा हुआ है।
इससे पहले लेबनान ने इस फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया था। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान के संस्कृति मंत्री मोहम्मद मोर्तदा ने 9 अगस्त 2023 को ‘बार्बी’ पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा कि यह समलैंगिकता को बढ़ावा देती है और मजहबी मूल्यों का खंडन करती है। मुर्तदा ने कहा है कि फिल्म परिवार की अहमियत को कम करके बताती है। लेबनान की आबादी में 61 फीसदी आबादी मुस्लिम, जबकि 33.7 फीसदी ईसाई हैं।
वैसे लेबनान 2017 में समलैंगिक ‘प्राइड वीक’ आयोजित करने वाला पहला अरब देश बना था। उसे आम तौर पर रूढ़िवादी मध्य पूर्व में एलजीबीटीक्यू समुदाय के लिए स्वर्ग के तौर पर देखा जाता है। लेकिन हाल ही में एलजीबीटी समुदाय के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए गए हैं।
लेबनान से पहले पाकिस्तान में भी फिल्म ‘बार्बी’ का विरोध हुआ था। बाद में कुछ संवादों को सेंसर कर फिल्म पर से अस्थायी ‘प्रतिबंध’ हटा दिया गया था। वियतनाम भी इस फिल्म को प्रतिबंधित कर चुका है। लेबनान और कुवैत में भले बार्बी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन मध्य पूर्व के दो सबसे बड़े बाजारों, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में यह फिल्म रिलीज के लिए तैयार है। मिले-जुले रिव्यूज के बावजूद, यह फिल्म 2023 की अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बनकर उभरी है। बॉक्स ऑफिस पर 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की कमाई करने वाली यह किसी महिला के निर्देशन में बनने वाली पहली फिल्म है।