Sunday, November 17, 2024
17 कुल लेख

Abhishek Singh Rao

कर्णावती से । धार्मिक । उद्यमी अभियंता । इतिहास एवं राजनीति विज्ञान का छात्र

जब गोविंद गुरु के नेतृत्व में एकजुट हुए भील, अंग्रेजों ने बिछा दी थीं 1500 लाशें: मानगढ़ में हुआ था जलियाँवाला से कई गुना...

अंग्रेज, भगतों को जबरदस्ती बंदी बना रहे थे, उन्हें शराब पिला रहे थे तथा यज्ञ कुंडों पर पशुओं की हत्या कर के उसे अपवित्र कर रहे थे। मानगढ़ में हुआ था नरसंहार।

जब ‘ग़दर’ दिखाने वाले सिनेमा हॉल पर कॉन्ग्रेस नेता के नेतृत्व में 400 की हथियारबंद भीड़ ने किया हमला: कई जगह हुए थे दंगे,...

अहमदाबाद में, मुस्लिमों ने छह वाहनों को आग लगा दी थी और एक थिएटर को भी जला दिया था। भोपाल बाबरी दंगों की पुनरावृत्ति के कगार पर था। फिल्म का इसका भारत के मुस्लिमों से कोई लेना देना नहीं था, फिर भी...

गुजरात के जिस गाँव में मिशनरियाँ पसार रही थीं पाँव, वहाँ 20 ईसाई परिवारों की घर वापसी: 61 जनजातीय जोड़ों का सामूहिक विवाह भी

गुजरात के वलसाड जिले के गाँव में अग्निवीर टीम ने जनजातीय जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया। वहीं 20 ईसाई परिवारों ने भी इस दौरान घरवापसी की।

‘महमूद ने नापाक कमीनों को मार डाला’… 50000+ हिन्दुओं का नरसंहार, स्त्रियों का जौहर: महाशिवरात्रि पर याद कीजिए सोमनाथ विध्वंस, हमें पढ़ाया – गजनी...

सोमनाथ विध्वंस ने हमें एक भी किया। सभी हिन्दू रजवाड़े, जैन, ब्राम्हण, व्यापारी, आदिवासी-भील, एक हो गए और चालुक्य राजा भीमदेव के साथ आ गए।

मुस्लिम नेताओं को रिझाने गई थी AAP, मस्जिदों से जारी हुए कॉन्ग्रेस को वोट देने के फरमान: धोखों के बावजूद तुष्टिकरण में लगे हैं...

अम्बानी के घर गिराने वाली बात से पहले भी ‘मुस्लिमों के मसीहा जनाब केजरीवाल’ के पोस्टरों के माध्यम से मुस्लिम तुष्टिकरण के भरपूर प्रयास किए गए।

‘शिवलिंगम’ बन जाता है ‘महमूद गजनवी’, ‘वणक्कम’ हो जाता है ‘अस्सलामु अलैकुम’: धर्मांतरण मतलब राष्ट्रांतरण, प्रताप-शिवाजी नायक की जगह हो जाते हैं दुश्मन

RSS के 5वें सरसंघचालक KS सुदर्शन लिखते हैं, "यह देश मुस्लिमों की श्रद्धा का पात्र तब तक नहीं बन सकता जब तक यह दारुल-इस्लाम नहीं बन जाता।"

साका-जौहर: भस्म हुआ बर्बर इस्लामी शक्तियों के साथ सह-अस्तित्व, सभी जाति-वर्गों की स्त्रियों का था बलिदान

18 अगस्त, 1303 ईस्वी को चित्तौड़ का पहला साका-जौहर हुआ। 'साका' क्या होता है। वह कौन सा तत्व था जिसके कारण साका-जौहर करते समय...

‘मुसलमान बादशाह को काफिरों की सहायता नहीं करनी चाहिए’: माँ काली का ‘चंपानेर’ तबाह कर सके सुल्तान बेगड़ा, इसलिए रास्ते से लौटा था...

जब बेगड़ा ने चंपानेर में तबाही मचाने का फैसला किया तब राजा रावल ने खिलजी को बुलवाया। लेकिन, खिलजी बीच रास्ते से वापस लौट गया क्योंकि आलिमों ने कहा था...