Tuesday, May 20, 2025
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गुजरात के जिस गाँव में मिशनरियाँ पसार रही थीं पाँव, वहाँ 20 ईसाई परिवारों की घर वापसी: 61 जनजातीय जोड़ों का सामूहिक विवाह भी

गुजरात के नड़गधरी गाँव में 25-26 फरवरी 2023 को सामूहिक विवाह का आयोजन किया। इस दौरान 61 जनजातीय जोड़े मंडप में बैठे और पवित्र अग्नि को साक्षी मानकर परिणय सूत्र में बँधे। वहीं 20 क्रिश्चियन परिवारों ने घरवापसी भी की।

अग्निवीर की गुजरात टीम ने वलसाड जिले के धरमपुर तालुका के नड़गधरी गाँव में दिनाँक 25-26 फरवरी 2023 को सामूहिक विवाह का आयोजन किया। इस दौरान 61 जनजातीय जोड़े मंडप में बैठे और पवित्र अग्नि को साक्षी मानकर परिणय सूत्र में बँधे। इस दौरान 20 क्रिश्चियन परिवारों ने घरवापसी भी की।

कार्यक्रम में मुख्य आयोजक व अग्निवीर अनुसूचित जनजाति के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपुरोहित, अग्निवीर गुजरात टीम की अध्यक्ष नेहाबेन पटेल एवम सूरत, बिलीमोरा, वलसाड, वडोदरा, महाराष्ट्र की अग्निवीर की टीम के सदस्य तथा आसपास के गाँवों के 10,000 से अधिक लोग उपस्थित रहे।

यहाँ दो दिन, उत्सव जैसा माहौल रहा। सभी के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था थी। दिनाँक 25 की रात को मनोरंजन के साथ, धर्म जागृति, नशा मुक्ति, महिला उत्थान, शिक्षा संबंधित विषयों पर भी रंगारंग कार्यक्रम थे। यहाँ जनजातीय संस्कृति के गीत एवम नृत्य भी देखने मिले।

दूसरे दिन वर-वधु को अग्निवीर द्वारा वस्त्र, मोजड़ी-चप्पल, मंगलसूत्र इत्यादि अर्पण किए गए तथा कन्यादान भी किया गया। आशीर्वचन हेतु कपिल स्वामीजी सलवाव, राम स्वामीजी सलवाव एवम गुरु योगी रविनाथजी उपस्थित रहे। समस्त जनजातीयों ने ‘जय श्री राम’ के नारों से वातावरण को सनातनमय कर दिया।

महेंद्र सिंह ने बताया कि यह विस्तार क्रिश्चियन मिशनरीज का गढ़ कहा जाता है। यहाँ जनजातीय आर्थिक रूप से सक्षम नही हैं। इसी का लाभ उठाकर मिशनरीज के लोग उनका धर्मांतरण करते हैं।

यहाँ के जनजातीय समाज में ‘फुलहार’ की प्रथा है। जिसमें लड़का-लड़की छोटी आयु में एक दूसरे को पसंद कर के फूल की माला एक दूसरे को पहनाकर साथ रहने लगते हैं। वे विवाह करना चाहते हैं किंतु आर्थिक तंगी में वे संतान प्राप्ति के बाद भी विवाह नहीं कर पाते। इस दौरान यदि दोनों में से किसी की भी मृत्यु हो जाए तो इसके अंतिम संस्कार के पहले मृत शरीर को वर अथवा वधु की तरह सजाया जाता है जोकि अत्यंत ही हृदयद्रावक दृश्य है।

पिछले कुछ वर्षों से फुलहार प्रथा की आड़ में क्रिश्चियन मिशनरीज के लोग भोले-भाले जनजातीयों को शादी करवाने का लालच दे रहे हैं। उसी बहाने वे उन्हें चर्च में ले जाते हैं और फिर उनका धर्मांतरण करवाते हैं। नड़गधरी में एक बहुत बड़ा चर्च बना दिया गया है और मिशनरीज के लोग तेजी से जनजातीयों को कन्वर्ट कर रहे हैं।

यह देखते हुए अग्निवीर की टीम ने जनजातीय क्षेत्र में ऐसे जितने भी अविवाहित जोड़े हैं उनका विवाह करवाने का जिम्मा अपने कंधो पर लिया है।

महेंद्र सिंह ने आगे बताया कि नड़गधरी के 61 जोड़ों के बाद अब इस गाँव में एक भी अविवाहित जोड़ा नहीं है। आने वाले 3 माह में हम सम्पूर्ण विस्तार के दूसरे गाँवों के भी सभी ऐसे जोड़ों का विवाह करवा देंगे।

उन्होंने सनातनियों से अपेक्षा की है कि वे अग्निवीर की टीम को अधिक से अधिक सपोर्ट करें।

गुजरात में घरवापसी
 महेंद्र भाई एवम नेहाबेन के साथ लेखक
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Abhishek Singh Rao
Abhishek Singh Rao
कर्णावती से । धार्मिक । उद्यमी अभियंता । इतिहास एवं राजनीति विज्ञान का छात्र

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