Monday, November 18, 2024
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शॉर्ट्स, कटे-फटे जींस और स्लीवलेस पहनने पर जगन्नाथ मंदिर में एंट्री नहीं, जारी हुआ नया ड्रेस कोड: अश्लील कपड़े पहनने वालों पर पुलिस की भी रहेगी नज़र

इन नियमों की अवहेलना करने वाले भक्तों पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही एसजेटीए नेकहा है कि किसी भी तरह के अशोभनीय कपड़े पहनने वाले भक्तों पर मंदिर के सेवकों की ही नहीं बल्कि पुलिस की भी नजर रहेगी।

ओडिशा में पुरी के प्रतिष्ठित श्री जगन्नाथ मंदिर में आने वाले भक्त अब अपने मनचाहे कपड़ों जैसे शॉर्ट्स, रिप्ड जींस में मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएँगे। दरअसल मंदिर प्रशासन (SJTA) ने सोमवार (1 जनवरी, 2024) से यहाँ आने वाले भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है।

इसके साथ ही 2024 के नए साल के पहले दिन से मंदिर परिसर में गुटखा और पान चबाने के साथ-साथ प्लास्टिक और पॉलिथीन के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया। मंदिर प्रशासन ने कहा है कि अब से 12वीं सदी के इस मंदिर परिसर में प्रवेश करते समय शॉर्ट्स, रिप्ड जींस और स्कर्ट जैसे कपड़े न पहनें।

इन नियमों की अवहेलना करने वाले भक्तों पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही एसजेटीए ने कहा है कि किसी भी तरह के अशोभनीय कपड़े पहनने वाले भक्तों पर मंदिर के सेवकों की ही नहीं बल्कि पुलिस की भी नजर रहेगी। मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा कि भक्तों को मंदिर में प्रवेश करते समय पतलून पैंट, चूड़ीदार, सलवार कमीज और धोती जैसे पारंपरिक कपड़े पहनने होंगे। दास ने आगे कहा, “देश भर के कई धार्मिक स्थलों पर इसी तरह के ड्रेस कोड लागू हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “जगन्नाथ मंदिर पुलिस और मंदिर के सेवक अश्लील कपड़े पहनने वाले किसी भी शख्स पर नजर रखेंगे।” मंदिर प्रशासन ने यह कदम अक्टूबर 2021 से मंदिर के सेवकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने के दो साल बाद उठाया गया है। यहाँ अब सेवक पूजा करते वक्त धोती, तौलिया और पट्टा पहनते हैं।

बताते चलें कि मंदिर में सेवकों का एक प्रमुख निकाय दैतापति निजोग यहाँ आने वाले भक्तों के लिए लंबे वक्त एक ड्रेस कोड की माँग कर रहा था। उनकी शिकायत थी कि कई लोग शॉर्ट्स पहनकर मंदिर में आते हैं। इस वजह से अन्य भक्तों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचती है।

ड्रेस कोड लागू होने के बाद इस मंदिर में भक्तों को सभ्य कपड़े पहनने होंगे। उन्हें हाफ पैंट, शॉर्ट्स, फटी जींस, स्कर्ट या स्लीवलेस कपड़े पहनने की अनुमति नहीं है। यही वजह रही की ड्रेस कोड लागू होने से 2024 के पहले दिन मंदिर में आने वाले पुरुष भक्तों को धोती और तौलिया पहने देखा गया।

वहीं देवता के दर्शन के लिए आई महिलाएँ साड़ी या सलवार कमीज पहने हुए थीं। इस बीच नए साल के पहले दिन भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े थे। रात 1.40 बजे से ही मंदिर के बाहर भक्तों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं।

पुरी पुलिस समर्थ वर्मा ने एक एक्स पोस्ट में कहा, “दोपहर 12 बजे (सोमवार को) तक 1,80,000 से अधिक भक्तों ने जगन्नाथधाम के दर्शन किए हैं। भक्तों को बगैर परेशानी को भगवान के दर्शन हो इसके लिए पुलिस ने पूरे इंतजाम किए हैं। खास तौर से विकलांग भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखा जा रहा है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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