500 साल बाद आज दोबारा अयोध्या में रामलला अपने भवन में विराजने जा रहे हैं। बस प्रतीक्षा है तो शुभ मुहूर्त की जो मात्र 84 सेकेंड ही रहने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर अयोध्या में 10 बजकर 20 मिनट पर पहुँच रहे हैं। इसके बाद आगे का कार्यक्रम आरंभ होगा। वहीं आरती के समय हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की जाएगी और हर अतिथि के हाथ में घंटी होगी।
जानकारी के मुताबिक, प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त दोपहर 12:29:08 से 12:30:32 तक का है। ये 84 सेकेंड्स का समय आज पूरे दिन में सबसे खास है। इस समय मृगशिरा नक्षत्र और वाणमुक्त का है। इसका अर्थ है कि इस समय किए गए काम में कोई रुकावट नहीं आती है।
बताते चलें कि 22 जनवरी यानी आज पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी यानी कुर्म द्वादशी तिथि है। इस दिन प्राण प्रतिष्ठा के लिए अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश को चुना गया है। सभी शास्त्रीय परंपराओं का पालन करते हुए अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी वो गर्भ गृह में विराजेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान के सभी कार्य गणेशवर शास्त्री द्रविड़ की निगरानी में 121 आचार्य कर रहे हैं। मुख्य आचार्य की भूमिका में काशी के विद्वान लक्ष्मीकांत दीक्षित हैं।प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर गर्भगृह में मुख्य यजमान पीएम मोदी सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।
इससे पहले रामलला को मंत्रोच्चार के साथ जगाया जाएगा और उसके बाद सुबह 10 बजे से मंगलध्वनियाँ का गान होगा। इसमें कई राज्यों के 50 से भी अधिक वाद्य यंत्रों से मंगल ध्वनियाँ गुँजायमान होगी। इसके बाद पीएम मोदी सहित अतिथियों के पहुँचने के बाद सुबह 11 बजे से दोपहर 12.55 तक गर्भगृह में पूजा, वेद-मंत्रों का मंगलाचरण होगा। मुख्य यजमान पीएम मोदी ने इसके लिए 11 दिनों का व्रत रखा है।
इसके बाद पीएम मोदी अतिथियों को संबोधित करेंगे और मंदिर बनाने वाले श्रमजीवियों से मिलेंगे। दोपहर 2.15 बजे कुबेर टीला में भगवान शिव का पूजन करेंगे। दोपहर 2.30 बजे मंदिर में वसोधारा पूजन के साथ पारायण होगा। शाम को पूर्णाहुति यज्ञ के साथ देवता विसर्जित होंगे।
शाम 7 बजे से अतिथिराम लला का दर्शन करेंगे और शाम को दीप प्रज्ज्वलित कर देशभर में फिर दिवाली मनाई जाएगी।
अयोध्या में सुरक्षा की व्यवस्था
इन सबके बीच अयोध्या में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या में हर जगह मशीन गन और AK-47 लिए कमांडो तैनात हैं। हेलिकॉप्टर से निगरानी हो रही है। अयोध्या की सीमा में प्राण प्रतिष्ठा का न्योता और पास रहने वाले लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है।
सुरक्षा के मद्देनजर अयोध्या को 9 जोन में बाँटा गया है। राम मंदिर रेड जोन में है। परिसर की सुरक्षा 6 लेयर की है। यहाँ सुरक्षा के लिए स्पेशल STF टीम, एटीएस कमांडो क्रैश रेटेड बोलार्ड, अंडर व्हीकल स्कैनर, टायर किलर, बूम बैरियर के लिए तैनात हैं।
हनुमान गढ़ी येलो जोन में हैं। इन दोनों जगहों में 34 सब इंस्पेक्टर, 71 हेड कॉन्स्टेबल, 312 कॉन्स्टेबल को तैनात हैं। हेलिकॉप्टर से राम मंदिर की निगरानी हो रही है तो मंदिर परिसर के ऊपर से ड्रोन, हवाई जहाज या चॉपर के गुजरने पर मनाही है।
महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा NSG और CISF के हाथ हैं। PM मोदी और अन्य VVIP मेहमानों के जाने वाले रास्तों के दौरान पड़ने वाले घरों वेरिफिकेशन किया गया है। यहाँ करीब सभी घरों की छतों पर सिक्योरिटी फोर्स के जवान तैनात हैं।
अयोध्या में इस दौरान बस और ट्रेन जैसे सार्वजनिक वाहनों की एंट्री बंद हैं। अभी यहाँ 25 हजार से अधिक जवान, एयरपोर्ट से राम मंदिर की सभी ऊँची इमारतों पर स्नाइपर्स तैनात हैं तो 31 IPS अधिकारी ड्यूटी पर हैं। 10 हजार CCTV और AI से सुरक्षा पर नजर है तो एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं।
खुफिया विभाग भी अलर्ट है सादी वर्दी में 1 हजार से अधिक जवान यहाँ हैं। सोमवार को नगरी का कण-कण जैसे राम नाम जपता लग रहा है। फूलों से सजी अयोध्या में 21 जनवरी रात से ही लोग भजन गाते राम का नाम लेते झूम रहे हैं।