Sunday, December 22, 2024
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‘हमारा मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म का प्रचार-प्रसार’: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर तिरुपति मंदिर से जाएँगे 1 लाख लड्डू, TTD ने कहा – ये सनातन के लिए ऐतिहासिक क्षण

तिरुपति तिरुमला से राम मंदिर के लिए ये लड्डू सड़क मार्ग से जाएँगे और प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से 1 दिन पहले वहाँ उपलब्ध करा दिए जाएँगे। इन्हें 5 दिनों तक उपयोग में लाया जा सकेगा।

अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में 22 जनवरी, 2024 को होने वाला है। इसके लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। देश भर से नेताओं, फ़िल्मी हस्तियों और धर्माचार्यों को इसमें आमंत्रित किया गया है। अब ‘तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD)’ बोर्ड ने इस समारोह के लिए 1 लाख लड्डू भेजने का फैसला लिया है। तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद के रूप में इन लड्डुओं का भोग लगाया जाता है।

TTD ही भगवान वेंकटेश्वर के तिरुपति मंदिर के प्रबंधन का कामकाज देखता है। इसके एग्जीक्यूटिव ऑफिसर AV धर्मा रेड्डी ने शुक्रवार (5 जनवरी, 2024) को कहा कि श्रीराम और वेंकटेश्वर – दोनों ही भगवान विष्णु के महत्वपूर्ण अवतारों में से एक हैं। इसीलिए, अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले VVIPs एवं श्रद्धालुओं के लिए TTD ने 25 ग्राम के 1 लाख लड्डू दान करने का फैसला लिया है। हालाँकि, सामान्य तौर पर तिरुपति के एक लड्डू का वजन 170-175 ग्राम होता है। उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को सनातन धर्म के लिए भी एक ऐतिहासिक क्षण करार दिया।

TTD के एग्जीक्यूटिव अधिकारी AV धर्मा रेड्डी ने कहा कि संस्था का प्राथमिक उद्देश्य हिन्दू धर्म एवं इसकी संस्कृति व मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना ही है, ऐसे में वो राम जन्मभूमि पूजा का हिस्सा बन कर सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। बता दें कि तिरुमला में 3-5 फरवरी को TTD के ‘हिन्दू धर्म प्रचार परिषद’ द्वारा ‘धर्म सदस्सू (धार्मिक कॉन्फ्रेंस)’ का आयोजन किया गया है, जिसमें चर्चा के लिए देश भर से साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है।

इस धर्म सभा में सनातन को आगे बढ़ाने और इस दिशा में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा होगी। 15 जनवरी को तिरुपति में गोड़ा कल्याणम का आयोजन भी होना है। मकर संक्रांति पर परेड ग्राउंड में होने वाले इस आयोजन के अगले ही दिन ‘श्रीवरी परुवेता उत्सवम’ भी होना है। दिसंबर 2023 में तिरुपति को 19 लाख श्रद्धालुओं द्वारा 116.73 करोड़ रुपए का दान मिला है। 1.46 करोड़ लड्डू प्रसाद वितरित किए गए और 40 लाख श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन कराया गया। प्रार्थना पूरी होने के बाद 6.87 लाख भक्तों ने अपने बाल अर्पित किए।

तिरुपति तिरुमला से राम मंदिर के लिए ये लड्डू सड़क मार्ग से जाएँगे और प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से 1 दिन पहले वहाँ उपलब्ध करा दिए जाएँगे। इन्हें 5 दिनों तक उपयोग में लाया जा सकेगा। तिरुपति प्रतिदिन 175 ग्राम के 4 लाख लड्डू और 75,000 छोटे लड्डू बनाता है जो 25 ग्राम के होते हैं। इन छोटे लड्डुओं को श्रद्धालुओं में निःशुल्क वितरित किया जाता है। अयोध्या में भी भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर बनना है, जिसके लिए TTD योगी सरकार की अनुमति के इंतज़ार में है। जम्मू, नई दिल्ली, कुरुक्षेत्र, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण TTD करवा चुका है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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