पिछले दिनों नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई आलिया भट्ट और विजय वर्मा की डार्लिंग्स (Darlings) फिल्म काफी चर्चा में थी। इसके दो कारण थे। पहला ये कि इसे लेकर एक पक्ष ने कहा कि इस फिल्म में महिलाओं के खिलाफ होने वाली घरेलू हिंसा का बिलकुल सटीक प्रस्तुतिकरण है, जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि इस फिल्म में पुरुषों के विरुद्ध हिंसा को बढ़ावा देने का प्रयास हुआ है।
दोनों पक्ष अपनी जगह सही थे। फिल्म की शुरुआत में जहाँ हमजा नाम का शराबी शौहर अपनी बीवी बदरू के साथ नशे में धुत होकर मारपीट करता दिखाया जाता है, तो वहीं दूसरे हाफ में 3 साल तक प्रेम के नाम पर हिंसा को सहने वाली बदरू को ‘मिसकैरिज’ हो जाने के बाद एकदम से ‘बदला लेने वाली बीवी’ के रूप में दिखाया जाता है।
वैसे तो फिल्म की स्टोरी जो है वो एक मुस्लिम दंपत्ति हमजा-बदरू के ईर्द-गिर्द घूमती है। पुरुष के साथ किए गए व्यवहार के कारण जहाँ कुछ लोग इस फिल्म न देखने को बोल रहे हैं, वहीं नारीवादी इस फिल्म में आलिया की तारीफ करते हुए इसे देखने की सलाह दे रहे हैं।
आलिया-विजय के अलावा कुछ अन्य कैरेक्टर भी हैं जो एक्टिंग के चलते तारीफें बटोर रहे हैं उनमें बदरू की अम्मी शमशू (शेफाली शाह) और लेखक जुल्फी (रौशन मैथ्यू) भी हैं।
दर्शकों को भा गई खाला-जुल्फी की चुम्मी
फिल्म में बदरू की अम्मी को जुल्फी नाम का ‘असफल लेखक’ खाला कहकर बुलाता है। शुरुआत में ऐसा लगता है जैसे जुल्फी का झुकाव उसकी खाला की बेटी ‘बदरू’ पर है। लेकिन फिल्म खत्म होने से कुछ वक्त पहले सामने आता है कि हकीकत में जुल्फी को तो खाला क्यूट लगती थीं।
This Scene…😭😭😭
— 𝓒𝓱𝓲𝓴𝓾 (@Chiku2324) August 13, 2022
Badru-Main Sad’s hu iska matlab ya nahi tera chances h…
Zulfi-Main pyaar karta hu per Badru sa nahi mujhe Khala cute laagti h..#Darlings #AliaBhatt pic.twitter.com/AGGuBGc1CD
इसके बाद क्या? ये जानने के बाद खाला शमशू, जुल्फी को 5 सेकेंड तक चुम्मी देती है और ये सीन घरेलू हिंसा से भरी पूरी फिल्म में हाईलाइट हो जाता है। सोशल मीडिया पर अगर आप देखेंगे तो शराबी शौहर, अवसाद के कारण हिंसक हुई बीवी और हमेशा अपनी बेटी बदरू को उसके शौहर के लिए उकसाती अम्मी के अलावा, यदि डार्लिंग्स किसी वजह से चर्चा में है तो उसका कारण यही है कि लोगों को ये 5 सेकेंड का किसिंग सीन हैरान कर गया।
लोग ‘खाला शमशू’ को क्यूट कह रहे हैं और जुल्फी किरदार की तारीफ कर रहे हैं। फिल्म को लेकर आ रही कड़ी आलोचना और समीक्षाओं के बीच यूजर्स ने इस सीन को राहत देने वाला बताया है। वहीं कुछ लोगों ने तो ये तक कहा कि उन्हें ये फिल्म नहीं पसंद आई क्योंकि इसमें खाला और जुल्फी के रोमांस के सीन इतने कम थे। वहीं कुछ अंदाजा लगा रहे हैं कि शायद खाला ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वो जुल्फी को भ्रमित करना चाहती हों।
मौसी को कहते हैं खाला
आपको बता दें कि मुस्लिम परिवारों में खाला शब्द का प्रयोग मौसी के लिए किया जाता है। जुल्फी भी फिल्म में शमशू को खाला ही कहता दिखता है, जिसकी वजह से अंदाजा नहीं लगता कि ऐसा फिल्म में कुछ दिखाया जा सकता है। हालाँकि फिल्म के खत्म होने से आधा घंटा पहले ऐसा सीन आता है जिससे दर्शकों में दोनों के बीच रोमांस देखने की और इच्छा बढ़ती है। लेकिन बाद में ऐसा नहीं होता। फिल्म का अंत हमजा की मौत से होता है। दिखाया जाता है कि कैसे हमजा की मौत से बदरू आजाद हो गई है और अब वो अपना जीवन जी पाएगी।
क्यों हो रही तारीफ, क्यों है आलोचना?
डार्लिंग्स फिल्म में दिखाए गए हिंसक कंटेंट के कारण ही इसकी आलोचना हो रही हैं। लोगों का कहना ही कि फिल्म में महिला के साथ होती ज्यादती दिखाने का जो प्रयास हुआ है वो सराहनीय है और हर कोई उससे कनेक्ट कर पा रहा है। लेकिन, फिल्म में जो घरेलू हिंसा को रोकने की बजाय पुरुषों के खिलाफ हिंसा करने को बढ़ावा दिया गया है, वो निंदनीय है। फिल्म में ये भी दिखाया गया है कि शमशू ने भी अपने शौहर के अत्याचारों से तंग आकर उसे एक जमाने में कैंची से गोदकर मारा होता है और बाद में वह बेटी से भी वही करने को कहती दिखती है।