दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रशासन कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने अमेजन सेलर सर्विसेज और पाताल लोक के निर्देशक अविनाश अरुण तथा प्रोसित रॉय को लीगल नोटिस भेजा है। DSGMC अध्यक्ष सिरसा ने आरोप लगाया है कि पाताल लोक वेब सीरिज में सिखों को बलात्कारी दिखाया गया। इससे समुदाय के लोगों की भावनाएँ आहत हुई है।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस नोटिस की सूचना अपने ट्विटर पर साझा की। उन्होंने लीगल नोटिस संबंधी कागज ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “विवादास्पद सीरीयल के माध्यम से सिखों को बलात्कारी के रूप में दिखाए जाने के बाद सिखों की भावनाओं को ठेस पहुँची। आज हमने इसके लिए अमेजन और निर्देशकों अविनाश अरुण और प्रोसित रॉय को कानूनी नोटिस भेजा है।”
इWe have sent a legal notice to Amazon & directors Mr Avinash Arun and Mr Prosit Roy for hurting the sentiments of Sikhs by showing Sikhs as rapists through their controversial serial #PatalLok@PrimeVideoIN @amazonIN @AnushkaSharma @prosit_roy @ANI @republic @thetribunechd pic.twitter.com/qbFnz0a4qv
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) May 29, 2020
इस नोटिस में आरोप लगाया गया कि अमेजन प्राइम पर ब्रॉडकॉस्ट होने वाली इस सीरिज में सिखों को बलात्कारी बताया गया है। नोटिस के मुताबिक, इस सीरिज के एक एपिसोड में दिखाया गया है कि एक सिख एक बुजुर्ग महिला के साथ कई अन्य समुदाय के सदस्यों की उपस्थिति में बलात्कार कर रहा है, जहाँ उसके पति और ससुर भी मौजूद हैं।
नोटिस में आरोप लगाया गया है कि पाताल लोक का दृश्य स्पष्ट रूप से अवैध, गैरकानूनी और धार्मिक संस्कृति और आस्था का दुरुपयोग है जो कि अमेजन प्राइम के माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है। नोटिस में कहा गया कि ये सीन न केवल अपमानजनक है, बल्कि इस सीन से पूरे सिख समुदाय में आक्रोश है।
नोटिस में मनजिंदर सिंह सिरसा लिखते हैं कि सिखों के इतिहास में हमेशा से महिला को पुरुषों के बराबर दिखाया गया है। फिर चाहे वो सेवा में हो, भक्ति में हो, बलिदान में हो, या बहादुरी में हो। इसके अलावा सिख परंपरा में महिलाओं की नैतिक गरिमा, सेवा और आत्म-बलिदान के उदाहरण भी देखे गए हैं।
नोटिस में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि इस तरह के प्रयास कदापि बर्दाश्त नहीं किए जाएँगे। DSGMC ने नोटिस के जरिए बिना किसी शर्त के माफी की माँग की है। साथ ही इस बात की गारंटी भी माँगी है कि वे आगे से ऐसी भ्रामक सामग्री बनाने से परहेज करेंगे, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करती हो।
इसके अलावा इस नोटिस में अमेजन प्राइम के अधिकारियों और निर्देशकों को 3 दिन के भीतर उपस्थित होने के लिए कहा गया है। साथ ही 24 घंटे के भीतर सीरीज से रेप सीन को हटाने की माँग की गई हैऔर उन विज्ञापनों को भी हटाने की बात लिखी गई, जिसमें इन अपमानजनक सीन को दर्शाया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले पाताल लोक में अपनी तस्वीर का गलत इस्तेमाल देखकर बीते दिनों लोनी विधानसभा से बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने इसकी प्रोड्यूसर अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने विवादित सीरिज में अपनी तस्वीर बिना अनुमति इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। इस शिकायत के बाद निर्माता ने उनकी तस्वीर हटा दी थी।
इससे पूर्व, पिछले दिनों लॉयर गिल्ड मेंबर वीरेन सिंह गुरुंग ने भी सीरीज के प्रोड्यूसर अनुष्का शर्मा को लीगल नोटिस भेजा था। वीरेन ने बताया था कि पाताल लोक के दूसरे एपिसोड में एक सीन है, जिसमें पूछताछ के दौरान एक महिला पुलिस नेपाली किरदार पर जातिवादी शब्दों का इस्तेमाल करती है। अगर केवल नेपाली शब्द का इस्तेमाल किया गया होता तो कोई दिक्कत नहीं थी पर इसके बाद का जो शब्द है उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।