Monday, November 18, 2024
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नेपोटिज्म के कारण सर्जरी के पीछे भागते हैं नए कलाकार, ताकि करीना कपूर जैसों से न सुनना पड़े ‘काली बिल्ली’: सर्जरी से बिगड़ा चेहरा, कई मौतें भी

यहाँ स्टार किड्स की तुलना में बाहर से आने वालों कलाकारों को अपनी काबिलियत साबित करने में सालों लग जाते हैं। कुछ तो एक या दो फिल्में करने के बाद ही इस इंडस्ट्री से तौबा कर लेते हैं।

एक्टिंग की दुनिया में कलाकारों को उनके दमदार अभिनय से परे उनकी फिटनेस और खूबसूरती के दम पर आँका जाता रहा है। स्टार किड्स की तुलना में इंडस्ट्री में बाहर से आए कलाकार अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं, लेकिन अभिनय क्षमता होने के बावजूद कई बार उन्हें उनके रंग और शरीर को लेकर इस इंडस्ट्री से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। यही कारण है कि फिल्म जगत में अपना सिक्का जमाने के लिए बाहर से आया हर कलाकार जी-तोड़ मेहनत करता है। स्ट्रगल के साथ-साथ खुद को खूबसूरत, फिट दिखाना उनकी पहली प्राथमिकता बन जाती है। प्लास्टिक सर्जरी, खूबसूरत और फिट दिखने की चाह में कई अभिनेत्रियों का चेहरा बुरी तरह बिगड़ गया। वहीं कुछ कलाकारों को अपनी जान तक गँवानी पड़ी है।

हाल ही में कन्नड़ एक्ट्रेस स्वाति सतीश की शॉकिंग तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में उनका दाहिनी तरफ का चेहरा बुरी तरह बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है। दरअसल, एक्ट्रेस ने खूबसूरत दिखने के लिए रूट कैनाल सर्जरी करवाई थी। लेकिन, सर्जरी में लापरवाही के चलते एक्ट्रेस का चेहरा बिगड़ गया है। हालाँकि, यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब प्लास्टिक सर्जरी, खूबसूरत दिखने और स्लीम दिखने की चाह में कई एक्ट्रेसेज का चेहरा बुरी तरह से बिगड़ गया।

बॉलीवुड एक्ट्रेस कोएना मित्रा ने साल 2011 में नाक की सर्जरी करवाई थी। सर्जरी से उनका चेहरा और करियर दोनों बर्बाद हो चुके हैं। इसके अलावा तमिल एक्ट्रेस रैजा विल्सन, आयशा टाकिया का चेहरा भी सर्जरी के कारण बिगड़ चुका है। वहीं, बंगाली एक्ट्रेस मिष्टी मुखर्जी और राकेश दीवाना को पतला दिखने की चाह में अपनी जान तक गँवानी पड़ी है। मिष्टी ने वजन घटाने के लिए कीटो डाइट ली थी, लेकिन इससे उनकी दोनों किडनी फेल हो गईं और उनका निधन हो गया। वहीं, राकेश ने वजन घटाने के लिए लिपोसक्शन सर्जरी करवाई थी, लेकिन इसके ठीक चार दिन बाद ही उनका निधन हो गया। इनके अलावा साउथ की पॉपुलर एक्ट्रेस आरती अग्रवाल की भी महज 31 साल की उम्र में लिपोसक्शन सर्जरी के दौरान मौत हो गई थी।

आरती का वजन काफी बढ़ गया था, जिससे उन्हें काम मिलने में दिक्कत हो रही थी। इसलिए, पतली दिखने के लिए वह अमेरिका के एक अस्पताल में लिपोसक्शन सर्जरी करवाने गई थीं।

फिल्म इंडस्ट्री में बाहर से आने वाले नए कलाकारों के लिए यहाँ अपने पैर जमाना बेहद मुश्किल होता है। फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म सालों से चलता आ रहा है। यहाँ स्टार किड्स की तुलना में बाहर से आने वालों कलाकारों को अपनी काबिलियत साबित करने में सालों लग जाते हैं। कुछ तो एक या दो फिल्में करने के बाद ही इस इंडस्ट्री से तौबा कर लेते हैं। कुछ यहाँ हर कठिनाइयों को पार कर सुपरस्टार बन जाते हैं, वहीं कुछ कलाकार डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। इसका एक बड़ा कारण है पर्दे के पीछे नए कलाकारों को हतोत्साहित करने वाले नेपोटिज्म कलाकार। वे उनके रंग और शरीर पर कमेंट करते हैं, जिसके चलते वह हीनभावना का शिकार हो जाते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो करीना कपूर प्रिंयका चोपड़ा और बिपाशा बासु का उनके रंग और एक्सेंट को लेकर कई बार मजाक उड़ा चुकी हैं। करीना कपूर खान और बिपाशा बासु की कैटफाइट से पूरी इंडस्ट्री वाकिफ है। बिपाशा की फिल्म ‘अजनबी’ में करीना कपूर भी थीं। इस दौरान दोनों के बीच काफी कहासुनी हुई थी। उस वक्त करीना ने बिपाशा को काली बिल्ली तक कह दिया था। ऐतराज और डॉन जैसी सुपरहिट फिल्मों में एक साथ काम कर चुकी करीना प्रियंका चोपड़ा के अंग्रेजी एक्सेंट को लेकर उन पर कई बार तंज कस चुकी हैं।

खैर, ऐसा लगता है कि करीना कपूर को यह सब विरासत में मिला है। करीना के दादा और सुपरस्टार शशि कपूर भी अपने दौर में इंडस्ट्री में बाहर से आए कलाकारों का उनके रंग, शरीर को लेकर मजाक उड़ाया करते थे। लेखक यासिर उस्मान की किताब ‘रेखा कैसी पहेली जिंदगानी‘ के अनुक्रम 8 ‘मद्रासन’ में इसका जिक्र किया गया है। रेखा महज 14 से 15 साल की उम्र में एक्टिंग की दुनिया में आ गई थीं।

उस दौर में श्याम बेनेगल जैसे निर्देशक भी कैमरे के सामने उनके आत्मविश्वास को देखकर दंग रह गए थे, लेकिन शशि कपूर ने उन्हें देखते ही कहा, “ये साँवली, वजनदार (मोटी) और भद्दी एक्ट्रेस कैसे फिल्मों में कुछ कर पाएगी।” यही नहीं ‘सावन भादों’ की शूटिंग के दौरान रेखा को लेकर फिल्म यूनिट से जुड़े लोगों ने भद्दे मजाक किए थे। वह उनके लिए ‘काली कलूटी मद्रासन’ से ज्यादा कुछ नहीं थीं, जो किस्मत या यूँ कहें चालाकी से हीरोइन बन गई थीं।

इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्रियों ने हमेशा साउथ की अभिनेत्रियों की बॉडी को लेकर उनका मजाक बनाया। ‘बिग बॉस’ की एक्स कंटेस्टेंट हिना खान ने वर्ष 2017 में अपने एक बयान में कहा था, “मुझे साउथ की फिल्मों के कई ऑफर आए थे, लेकिन मैंने इन ऑफर को इसलिए मना कर दिया, क्योंकि मुझे वजन बढ़ाने के लिए कहा गया था।” इसको लेकर साउथ की एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी ने उन्हें करारा जवाब भी दिया था।

इस तरह कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब नए कलाकारों पर स्टार किड्स ने प्रेशर बनाने की कोशिश की है। ऐसे में स्ट्रगल के साथ-साथ इन कलाकारों को अपने शरीर और रंग को लेकर काफी कुछ सुनना और सहना पड़ता है। आज इसकी वजह से कई अभिनेत्रियाँ अपना चेहरा बिगाड़ कर घर बैठ चुकी हैं। उन्हें कहीं भी काम नहीं मिल रहा है। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हैं, जो पैसे उन्होंने कमाए थे, उसे अपनी सर्जरी और खूबसूरत दिखने में बर्बाद कर दिए।

कुल मिलाकर, बॉलीवुड में आने वाले नए कलाकारों को इन घटनाओं से सबक लेते हुए अपनी एक्टिंग पर ध्यान देना चाहिए। फिल्म जगत में अपना सिक्का जमाने के लिए रंग, रूप नहीं बल्कि आपके अभिनय में दम होना चाहिए। कैमरे के सामने आपका आत्मविश्वास आपको इंडस्ट्री के कई दिग्गज सितारों से भी आगे ले जा सकता है। रेखा, विद्या बालन, जॉनी लीवर, राजपाल यादव, धनुष, रजनीकांत कई ऐसे कलाकार आपके सामने मौजूद हैं, जिन्हें इंडस्ट्री में उनके रंग, रूप की बजाय उनके दमदार अभिनय के लिए जाना जाता है। इसके अलावा कई बेहद खूबसूरत होने के बावजूद इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल नहीं कर पाए हैं, जो उन्हें मिलना चाहिए था।

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