हिंदू परंपराओं का मजाक उड़ाने वाले बॉलीवुड कलाकार पैसों के लिए कुछ भी कर सकते हैं, फैन्स की जान और सेहत से उनका कुछ लेना देना नहीं

हिंदू परंपराओं का मजाक उड़ाने वाले पैसों के लिए कुछ भी कर सकते हैं (फोटो साभार: Instagram)

बॉलीवुड में काम करने वाले सेलेब्रिटीज एक फिल्म के लिए करोड़ों रुपए फीस वसूलते हैं। यही नहीं फिल्मों के अलावा ये कलाकार विज्ञापनों से भी मोटा पैसा कमाते हैं। पैसा कमाने और एक दूसरे से अमीर बनने की होड़ में ये बॉलीवुड कलाकार हानिकारक उत्पादों के विज्ञापन करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।

बीते दिनों अजय देवगन, शाहरुख खान और अक्षय कुमार के गुटखा, पान मसाले वाले विज्ञापन पर उनके फैंन्स ने आपत्ति जताई थी। इसके बावजूद ऐसे उत्पादों के विज्ञापनों पर रोक नहीं लगाई जा रही है, जो हमारी युवा पीढ़ी के लिए ना केवल हानिकारक है, बल्कि इससे उनकी जान को खतरा भी है। इसी बीच हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली, उनकी परंपराओं का मजाक उड़ाने वाली आलिया भट्ट (Alia Bhatt) का शुगर ड्रिंक्स वाला एक विज्ञापन काफी सुर्खियाँ बटोर रहा है। यह विज्ञापन फ्रूटी का है, जिसके लिए उन्हें सोशल मीडिया पर काफी खरी खोटी भी सुनाई गई है।

सार्वजनिक तौर पर कॉमेडियन कपिल शर्मा के शो में शुगर को सेहत के लिए हानिकारक बताने वाली आलिया ने यह विज्ञापन करके साबित कर दिया है कि वह पैसों के लिए कुछ भी कर सकती हैं। हालाँकि, यह उनके लिए कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी वह पैसों के लिए अपनी शादी में हिंदुओं की परंपराओं का मजाक उड़ा चुकी हैं, ताकि सोशल मीडिया पर अपनी फोटो, वीडियो शेयर कर वह करोड़ों रुपए कमा सकें।

5 सालों से रिलेशन में रहने वाले आलिया भट्ट और रणबीर कपूर (Alia Bhatt & Ranbir Kapoor Wedding) ने पिछले महीने हिंदू-पंजाबी रीति रिवाज से शादी रचाई। इसके बाद उन्होंने कपूर हाउस में जमकर पार्टी की। दूल्हा-दुल्हन ने केक काटकर और बाहों में बाहें डालकर वाइन भी पी। सालों तक अपने रिश्ते को छिपाकर रखने वाले और पैसों को ही अपना सब कुछ समझने वाले कपल की फोटो एकाएक सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगती है, क्योंकि उन्होंने अपने हर एक कार्यक्रम जैसे हल्दी, संगीत और शादी की फोटो, वीडियो इंस्टाग्राम और ट्विटर पर शेयर कर दी होती है। इसे उन्होंने छिपाकर नहीं रखा अपने रिश्ते की तरह, क्योंकि इसमें उनका करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा था। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि रिश्त्तों से बढ़कर इनके लिए पैसा है।

वहीं, दूसरी ओर दक्षिण भारतीय कलाकार पैसों से ज्यादा अपने फैंस और उनकी भावनाओं को महत्व देते हैं और उनसे दिल से जुड़े होते हैं। उनके लिए करोड़ों रुपए से ज्यादा उनके फैंस महत्व रखते हैं। पिछले दिनों कई दक्षिण भारतीय कलाकारों ने तंबाकू, पान मसाला के विज्ञापनों को करने से इनकार कर दिया, जबकि फिल्मों से ज्यादा वह विज्ञापनों से करोड़ों की कमाई करते हैं। उन्हें 3 घंटे की एक फिल्म के लिए उतना पैसा नहीं मिलता है, जितना कुछ सेकंड के विज्ञापन के लिए मिलता है।

14 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘केजीएफ चैप्टर-2’ के अभिनेता यश ने हाल ही में करोड़ों रुपए के विज्ञापन को अपने फैंस के लिए ठुकरा दिया था। करोड़ों रुपए का ऑफर मिलने के बाद भी यश ने पान मसाला और इलायची ब्रांड वाला विज्ञापन करने से मना कर दिया था। यश के लिए एंडोर्समेंट डील्स संभालने वाली एजेंसी Exceed Entertainment ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा था, “इन चीजों के इस्तेमाल से लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। यश ने यह फैसला बहुत सोच समझकर लिया है। उन्होंने अपने फॉलोअर्स, फैंस और अन्य चीजों को ध्यान में रखते हुए पान मसाला और इलायची ब्रांड के लिए करोड़ों रुपए के एंडोर्समेंट सौदे से इनकार किया है।”

उनसे पहले सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा’ के ​अभिनेता अल्लू अर्जुन ने एक तंबाकू ब्रांड का टीवी प्रचार करने से इनकार कर दिया था, जबकि इसके लिए उन्हें तंबाकू कंपनी ने भारी-भरकम फीस ऑफर की थी, लेकिन एक्टर ने कहा कि इससे लोगों में गलत संदेश जाएगा। दक्षिण भारतीय अभिनेताओं के साथ-साथ वहाँ की अभिनेत्री साई पल्लवी ने भी साल 2019 में एक फेयरनेस कंपनी के विज्ञापन को यह कहकर ठुकरा दिया था कि वो भारतीय हैं और उनका रंग सही है। उस विज्ञापन के लिए साई पल्लवी को 2 करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे। इसके उलट हम कई वर्षों तक टीवी पर फेयर एंड लवली की एड में बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम को देखते आ रहे है।

बहरहाल, इसे उनके (दक्षिण भारतीय कलाकार) अच्छे संस्कार कहें, तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। दक्षिण भारत में फैन्स अपने हीरो को इसीलिए इतना ऊँचा दर्जा देते हैं, क्योंकि उनके हीरो की छवि सिर्फ एक किरदार में नहीं बंधी हुई नहीं होती, जो 3 घंटे की फिल्म में दिखाई देती है। वो असल जिंदगी में भी अपने सामाजिक कार्यों की बदौलत समाज के बीच एक नायक की तरह ही रहते हैं।

यही कारण है कि उनके फैंस उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं, उन पर दूध चढ़ाते हैं और उन्हें माला पहनाते हैं। यह फैंस का कलाकारों के प्रति स्नेह और सम्मान ही होता है, जिसे बॉलीवुड वाले चाहकर भी नहीं प्राप्त कर पाते हैं, क्योंकि उनके लिए तो ‘ना बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया’ ही मायने रखता है। उनका स्वार्थ और पैसों के प्रति उनकी भूख ही उन्हें फैंस की नजरों में गिरा देती है। इस सोच को बदलना होगा कि पैसा ही सब कुछ होता है, क्योंकि यह हमारे देश के युवाओं और संस्कृति के लिए बेहद घातक साबित हो सकती है।