बहन रंगोली चंदेल का समर्थन करने के कारण अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस से शिकायत वकील अली कासिफ खान देशमुख ने की है। बीते दिनों मुरादाबाद में डॉक्टरों पर हमले को लेकर रोष जताने के बाद ट्विटर ने रंगोली का अकाउंट सस्पेंड कर दिया था। साथ ही उनके खिलाफ सोशल मीडिया में अभियान चलाया गया था।
मुंबई के रहने वाले अली कासिफ ने कहा है कि एक बहन हत्या और हिंसा के लिए उकसाती है। दूसरी उसका समर्थन करती है, जब इसके लिए दुनियाभर में उसकी आलोचना हो रही है और उसका अकॉउंट ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया है।
शिकायत में कंगना और उनकी बहन रंगोली पर निजी फायदे के लिए स्टारडम, फैनबेस, पैसे, नाम, पावर का इस्तेमाल कर घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।
#Breaking | Kangana Ranaut faces the heat in the ‘hate speech’ row.
— TIMES NOW (@TimesNow) April 24, 2020
An FIR has been filed against Kangana Ranaut for ‘promoting hate’.
Details by Kajal Iyer. pic.twitter.com/Q0XrzgnomQ
बता दें, पिछले दिनों मुरादाबाद की घटना पर आक्रोश व्यक्त करने के बाद कट्टरपंथियों ने रंगोली का ट्विटर अकॉउंट रिपोर्ट कर कर सस्पेंड करवा दिया था। उन्होंने अपने ट्वीट में उन लोगों पर गुस्सा उतारा था जिन्होंने डॉक्टरों की टीम पर हमला किया।
उन्होंने लिखा था, ““एक जमाती की कोरोना से मौत हो गई, जब पुलिस और डॉक्टर उसके परिवार को चेक करने गए तो उन्होंने उनपर (पुलिस और डॉक्टर) हमला किया और उन्हें मारा। धर्मनिरपेक्ष मीडिया और इन मुल्लाओं को एक पंक्ति में खड़ा कर गोली मार देनी चाहिए। इतिहास में वे हमें नाजी कह सकते हैं, किसे चिंता है, जिदंगी फेक इमेज से ज्यादा जरूरी है।“
कंगना रनौत ने वीडियो में क्या कहा?
इसी ट्वीट के बाद रंगोली चंदेल का अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया था और उनके ख़िलाफ़ एक्शन लेने की माँग हुई थी। मामला बढ़ने पर कंगना रनौत खुद अपनी बहन के सपोर्ट में एक वीडियो के माध्यम से सबके सामने आईं थीं।
उन्होंने वीडियो में कहा था, “मेरी बहन रंगोली ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि जो लोग डॉक्टर्स और पुलिस पर हमला कर रहे हैं उनको गोली से मार देना चाहिए। लेकिन, फराह खान अली जो सुजैन खान की बहन हैं, उन्होंने ये झूठा दावा किया कि रंगोली ने मुस्लिम लोगों के लिए यह कहा है। अगर ऐसा कहीं भी साबित होता है तो मैं और रंगोली खुद सामने से आकर माफी माँगेंगे।”
इसके बाद कंगना ने आगे कहा, “क्या वह ये कहना चाहते हैं कि हर मुस्लिम आतंकवादी है। हमारा तो यह मानना नहीं है कि हर मुस्लिम, डॉक्टर्स और पुलिस वालों पर हमला कर रहे हैं। हमने कभी ऐसा नहीं कहा। मैं केंद्र सरकार से अपील करना चाहूँगी कि ये जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हैं जो यहांँ का पैसा खाकर हमारी ही कश्ती में छेद कर रहे हैं, ऐसे प्लेटफॉर्म का दाना-पानी बंद कर देना चाहिए। हमें अपने खुद के प्लेटफॉर्म शुरू करने चाहिए।”
गौरतलब है कि इस वीडियो के आने के बाद सेकुलरों ने कंगना पर इल्जाम लगाया था कि उन्हें केंद्र सरकार और आरएसएस से बहुत पैसा मिलता है। इसके अलावा ये भी कहा कि वे हिंदुत्व अतिवाद और इस्लामोफोबिया का झंडा बुलंद करती हैं और चाहती हैं कि भाजपा उन्हें हिमाचल से टिकट दे।