पहली बार अमेरिकी स्टेट ने माना कश्मीर में हिंदुओं का हुआ था नरसंहार: विवेक अग्निहोत्री ने बताया ‘द कश्मीर फाइल्स’ का दुनिया में कैसा असर

विवेक अग्निहोत्री ने बताया 'द कश्मीर फाइल्स' का दुनिया में कैसा असर

विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ शुक्रवार (11 मार्च, 2022) को रिलीज हुई और आज फिल्म को लेकर दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस था वहीं तेजी से लोगों के बीच पहुँच रही इस फिल्म को लेकर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने इसे सबसे बड़ा सॉफ्ट पॉवर बताया। उन्होंने हैदराबाद की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि जब बात कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर फिल्म बनाने की आई तो बिना ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा के यह संभव ही नहीं था।

उन्होंने अमेरिका में कोविड के समय के फिल्म स्क्रीनिंग को लेकर बताया कि जैसे अमेरिका ने वर्ल्ड वॉर को सॉफ्ट पावर के रूप में इस्तेमाल किया वही काम इस फिल्म ने अमेरिका में किया। जहाँ पूरे अमेरिका में 36 संस्थाओं ने जगह-जगह द कश्मीर फाइल्स की स्क्रीनिंग की थी।

विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म के सॉफ्ट पावर पर बात करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोड आइलैंड की बात की जहाँ ऑफिसियली यह फील देखने के बाद सराहा गया। उन्होंने कहा, “32 वर्षों में पहली बार, दुनिया के किसी भी राज्य ने, वह भी संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे लोकतांत्रिक और लिबरल राज्य – रोड आइलैंड ने, #TheKashmirFiles नामक एक बहुत छोटी फिल्म के कारण, आधिकारिक तौर पर हिंदुओं के कश्मीर में नरसंहार को मान्यता दी है।”

उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह प्रमाण पत्र भी लोगों को दिखाया और कहा, “कृपया इस आधिकारिक घोषणा को पढ़ें और तय करें कि उत्पीड़क कौन है और किसे सजा मिलनी चाहिए। मानवतावाद के इर्द-गिर्द केंद्रित नए नेतृत्व और प्रभावशाली विदेश नीतियों की बदौलत यह संभव हुआ है।” यह है बदलते भारत की सॉफ्ट पावर।

2018-19 के दौर में एक बार फिर जब अमेरिका के न्यूयॉर्क में फ्री कश्मीर को लेकर एक मुहीम चलाई गई तो टाइम्स स्कॉयर पर एक बहुत बड़ी ‘फ्री कश्मीर’ की होर्डिंग लगी थी। वहीं जब इस फिल्म को अमेरिका में लोगों ने देखा तो चंदा जोड़कर अमेरिका के उसी टाइम्स स्कॉयर की साइट पर 26 जनवरी, 2022 को ‘द कश्मीर फाइल्स‘ की होर्डिंग लगाई गई। और पहली बार अमेरिका में कश्मीर का पूरा मैप दिखाया गया। जो सबसे बड़ी डिप्लोमेटिक जीत थी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कश्मीर पर झूठी नैरेटिव चलाने वाले वामपंथी इकोसिस्टम पर भी प्रहार किया। जो अक्सर फ्री इंटरनेट, फ्री कश्मीर की बात करके कश्मीरी पंडितों के नरसंहार से कन्नी काट जाते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया