अमेरिका में बस चुकीं अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में बताया था कि कैसे बॉलीवुड में उनके खिलाफ अभियान चलाया गया था। अब अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने इसी बहाने अपने 20 साल पुराने प्रेस कॉन्फ्रेंस को याद किया है। उन्होंने कहा कि वो खुशकिस्मत हैं कि अब उस चीज से उबर चुके हैं। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड ने उनकी अग्निपरीक्षा ली जिसमें वो पास हो गए, लेकिन हर कोई इतना भाग्यशाली नहीं होता। उन्होंने बताया कि उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद वो कई गैर-ज़रूरी चीजों से गुजरे।
उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ जम कर लॉबिंग हुई थी और उन्हें दबाने के लिए कई कहानियाँ चलाई गई थीं। उन्होंने कहा कि जैसा प्रियंका चोपड़ा ने बताया, कुछ उसी तरह उनके साथ भी हुआ था। उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री का हॉलमार्क ही यही है। उन्होंने इसे इसका सबसे डार्क साइड करार दिया। विवेक ओबेरॉय ने कहा कि वो इससे पीड़ित रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये इतना परेशान करने वाला है कि इससे व्यक्ति थक जाता है, कमजोर हो जाता है।
उन्होंने याद किया कि ‘शूटआउट एट लाख़ोंड़वाला’ (2007) एक अवॉर्ड विनिंग फिल्म थी जो थिएटर में भी खूब चली, लेकिन इसके बावजूद वो 14 महीने घर बैठे रहे। उन्होंने बताया कि वो उस वक्त कुछ अच्छा करना चाहते थे, जो उन्हें इस बुरी अवधि से बाहर ले जाए। विवेक ओबेरॉय ने बताया कि इसके बाद उन्होंने कारोबार और समाजसेवा को अपना समय देना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि नई जगह बनाने की दिशा में प्रियंका चोपड़ा का ताज़ा बयान प्रेरक है।
#VivekOberoi addresses the dark sides of the film industry and how artists are in a vulnerable position.https://t.co/9Ufr5nMBOL
— India TV (@indiatvnews) April 4, 2023
विवेक ओबेरॉय ने कहा कि प्रियंका चोपड़ा बाहर निकलीं और लीक से हट कर उन्होंने कुछ अलग करने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने कहा कि इसका परिणाम ये हुआ कि प्रियंका चोपड़ा की व्यक्तिगत और प्रोफेशनल ज़िन्दगी में चमत्कार हुए। इससे पहले फिल्म निर्माता अपूर्व असरानी ने दावा किया था कि साल 2012 में प्रियंका चोपड़ा ने लगातार दो हिट फिल्में की थीं, इसके बाद बॉलीवुड में उन्हें किनारे लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था।