वरिष्ठ अभिनेत्री फरीदा जलाल ने YRF के संस्थापक यश चोपड़ा और ‘धर्म प्रोडक्शंस’ के करण जौहर के ‘धोखे’ को याद किया है। नब्बे के दशक में कई फिल्मों में हीरो-हीरोइन की माँ का किरदार निभा चुकीं फरीदा जलाल को हाल ही में ‘हीरामंडी’ नामक वेब सीरीज में देखा गया था। एक ज़माने में उन्हें वादा कर के भी ‘दिल तो पागल है’ (1997) के बाद काम नहीं दिया गया, जिसके बाद यश चोपड़ा से उनके रिश्ते बिगड़ गए। आदित्य चोपड़ा की पहली फिल्म DDJL (1995) में अहम किरदार निभाया था।
उन्होंने बताया कि ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे’ के बाद उन्हें YRF ने काम नहीं दिया, लेकिन ‘दिल तो पागल है’ के लिए उन्हें यश चोपड़ा ने खुद फोन कर के कहा था कि इसमें उनके लिए एक किरदार है लेकिन आदित्य को लगता है कि वो इसे नहीं करेंगी। तब यश चोपड़ा ने आदित्य चोपड़ा से कहा कि वो फरीदा जलाल से बात करेंगे। इसके बाद यश चोपड़ा ने अनुपम खेर का उदाहरण फरीदा जलाल को दिया, जो किसी भी फिल्म में रोल के लिए हाँ कर देते थे, अपने किरदार की लंबाई नहीं देखते थे।
बकौल फरीदा जलाल, तब यश चोपड़ा ने उनसे कहा कि वो उन्हें या आदित्य को ‘ना’ नहीं कहें, ये सिलसिला चलता रहता है। फरीदा जलाल ने कहा कि उसके बाद उन्हें यश चोपड़ा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने बताया कि करण जौहर को ये पता था कि उनके साथ गलत हुआ है, इसीलिए उन्होंने ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ में दादी का रोल देने के लिए व्यक्तिगत रूप से उन्हें कॉल किया था। इसके बाद फिर वो खाली हाथ रहीं। फरीदा जलाल ने कहा कि उन्हें काफी ठेस पहुँची है, वो इसे स्पष्ट रूप में और तेज़ आवाज़ में कह सकती हैं।
वरिष्ठ अभिनेत्री ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में वफादारी इधर से उधर शिफ्ट होती है और लोग भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि रिश्तों को लेकर जुमले दिए गए और उनकी जगह कई रोल में किसी और को कास्ट कर लिया गया। फरीदा जलाल ने कहा कि उन्हें गहरा जख्म लगा है और वो हमेशा इस कारण दुःखी रहेंगी। उन्होंने बताया कि कैसे न सिर्फ यश चोपड़ा, बल्कि करण जौहर की तरफ से भी उन्हें बीच में कोई किरदार नहीं मिला। दोनों ने उन्हें बहुत दुःख पहुँचाया।