दिल्ली में सरकारी स्कूलों के प्रचार और जमीनी हकीकत में शायद जमीन-आसमान का अंतर है। यह बात स्कूलों की हालात से जुड़े हर दूसरे दिन सामने आ रहे तथ्यों के साथ आम आदमी पार्टी के वो बयान हैं, जिनमें वो समस्याओं से अपना पल्ला झाड़ने के लिए कह रहे हैं कि दिल्ली के स्कूलों के लिए BJP के LG जिम्मेदार हैं। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए आम आदमी पार्टी अक्सर ‘LG, भाजपा, केंद्र’ का बहाना देती आई है। ऐसा ही एक नया वाकया सामने आया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की सरकार पर आरोप लगाते हुए बीजेपी ने कहा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 70% प्रिंसिपल और 51% शिक्षकों के पद खाली हैं। वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भर्ती की जिम्मेदारी LG की है।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों के निराशाजनक प्रदर्शन के बारे में मीडिया के सामने प्रकाश डाला और कहा कि जहाँ एक ओर कक्षा 10वीं में दिल्ली के निजी स्कूलों का औसत प्रदर्शन 93.18% रहा, वहीं सरकारी स्कूलों का 71.58% ही रह सका। पूरे देश का औसत उत्तीर्ण प्रतिशत 91.10% था लेकिन दिल्ली के सरकारी स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत इससे भी कम रहा।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कई पद रखे गए हैं खाली
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के प्रदर्शन पर रिपोर्ट पेश करते हुए विजेंद्र गुप्ता ने यह भी कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल के 10वीं व 12वीं के 75% छात्रों का स्कोर 60% से भी कम रहा। विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रमुख शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों में कई रिक्तियाँ हैं, दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के बीच स्वीकृत और भरे हुए पदों में एक बड़ा अंतर बना रहता है।
AAP ने कहा BJP के LG की है जिम्मेदारी
इस पर जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नियुक्तियों की जिम्मेदारी एलजी की है, जिसे केंद्र नियुक्त करती है। भारद्वाज ने कहा, “यह रोमांचक है कि बीजेपी और इससे संबंधित संस्थाएँ अब शिक्षा व्यवस्था के बारे में सोचना शुरू कर रही हैं। हालाँकि मुझे आश्चर्य हो रहा है कि जिसे थिंंक टैंक कहा जाता है, उसे यह मालूम नहीं है कि दिल्ली सरकार में भर्तियों की जिम्मेदारी BJP के एलजी की है।”