केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (10 अप्रैल 2022) को गुजरात के बनासकांठा जिले के नडाबेट में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर व्यू प्वाइंट का उद्घाटन किया। यह गुजरात का पहला बॉर्डर प्वाइंट है। यहाँ बॉर्डर की फोटो गैलरी और हथियारों समेत टैंकों का प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर बोलते हुए अमित शाह ने परियोजना को पूरा करने के लिए पीएम मोदी को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि बहुउद्देशीय पर्यटन परियोजना पीएम मोदी के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में पूरी हुई। उन्होंने हमारी सीमाओं की रक्षा करने वाले बीएसएफ जवानों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की संप्रभुता की रक्षा करने वाले बीएसएफ के जवानों के कारण देश नई ऊँचाइयों को प्राप्त कर रहा है।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राज्य के पर्यटन मंत्री पुनेश मोदी, बीएसएफ के महानिदेशक और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अमित शाह ने नडाबेट में नादेश्वरी माता मंदिर का भी दौरा किया और पूजा-अर्चना की। ‘सीमा दर्शन प्रोजेक्ट’ के तहत यह गुजरात का पहला बॉर्डर व्यू प्वाइंट है।
गृहमंत्री @AmitShah ने नडाबेट में व्यूप्वाइंट का शुभारंभ किया, वाघा-अटारी जैसी परेड गुजरात में भी देख सकेंगे लोग pic.twitter.com/UJWwNwErkh
— Office of Amit Shah (@AmitShahOffice) April 11, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नडाबेट बॉर्डर व्यू पॉइंट पंजाब के अटारी-वाघा बॉर्डर से काफी अलग होगा, जहाँ परेड में पाकिस्तानी सेना भी भाग लेती है। नडाबेट में पाकिस्तानी सेना भाग नहीं लेगी और सीमा सुरक्षा बल (BSF) भारतीय बलों का प्रतिनिधित्व करेगा। नडाबेट का व्यू प्वाइंट भारत-पाकिस्तान सीमा से केवल 20 से 25 किलोमीटर पहले बनाया गया है। नडाबेट पर आने वाले पर्यटकों को बीएसएफ जवानों से संवाद करने, उनके जीवन व बहादुरी को नजदीक से देखने का मौका मिलेगा। यह प्रोजेक्ट गुजरात पर्यटन द्वारा बनासकांठा जिले के नडाबेट के निकट सुई गाँव में 125 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित की गई है।
गुजरात स्टेट टूरिज्म के एमडी आलोक कुमार पांडे ने इस मामले पर बात करते हुए कहा, “यहाँ एक खास बिल्डिंग तैयार की गई है, जिसमें गुजरात के इतिहास से जुड़ी हर तरह की जानकारी स्टोर की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह विचार क्षेत्र के युवाओं को बीएसएफ या भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा। लोगों को हमारी सीमा पर बीएसएफ जवानों के जीवन और कार्य को देखने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से इस परियोजना की शुरुआत की गई है।
इसके अलावा BSF को समर्पित एक संग्रहालय भी तैयार किया गया है। इसमें मिग-27 लड़ाकू जेट और बीएसएफ के विभिन्न स्तंभों सहित सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहनों और विमानों को प्रदर्शित किया गया है। अमित शाह ने कहा कि पायलट परियोजना अगले 10 सालों में 5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देगी।