Sunday, November 17, 2024
Homeविविध विषयअन्यजिनके कारण वर्ल्ड कप में पहली बार भारत ने वेस्टइंडीज को दी थी मात,...

जिनके कारण वर्ल्ड कप में पहली बार भारत ने वेस्टइंडीज को दी थी मात, क्रिकेटर यशपाल शर्मा का हार्ट अटैक से निधन

मैनचेस्टर में 9 जून, 1983 को वेस्टइंडीज के साथ हुए मैच में उन्होंने 120 गेंदों पर 89 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिसके कारण भारत ने पहली बार वेस्टइंडीज को वर्ल्ड कप में मात दी।

पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा का का मंगलवार (13 जुलाई, 2021) को हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। वो 66 वर्ष के थे। वो 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य थे। पिछले कुछ वर्षों से वो बतौर क्रिकेट एक्सपर्ट टीवी पर दिखते थे। 70 और 80 के दशक में उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में नाम कमाया। 11 अगस्त, 1954 को पंजाब के लुधियाना में जन्मे यशपाल शर्मा मिडल ऑर्डर में खेलते थे।

1983 के वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में वो भारत की तरफ से दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर थे। मैनचेस्टर में 9 जून, 1983 को वेस्टइंडीज के साथ हुए मैच में उन्होंने 120 गेंदों पर 89 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिसके कारण भारत ने पहली बार वेस्टइंडीज को वर्ल्ड कप में मात दी। अपनी इस पारी के दौरान वो 133 मिनट तक मैदान में डटे रहे थे और 9 चुके जड़े थे। उन्हें इस पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का ख़िताब मिला था।

पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा ने अपनी करियर में भारत की तरफ से 37 टेस्ट और 42 वनडे मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 1606 रन और वनडे में 883 रन बनाए। यशपाल शर्मा ने टेस्ट मैचों में 2 शतक भी लगाए थे। उनका नाम पहली बार 1972 में सामने आया था, जब उन्होंने पंजाब स्कूल्स की तरफ से खेलते हुए जम्मू कश्मीर स्कूल्स के खिलाफ 260 रनों की बड़ी पारी खेली थी। फिर उन्होंने दिलीप ट्रॉफी में नॉर्थ जोन की तरफ से 173 रनों की पारी खेली।

सिर्फ वेस्टइंडीज ही नहीं, 1983 वर्ल्ड कप सेमी फाइनल में इंग्लैंड पर भारत को जो जीत मिली, उसमें भी उन्होंने अच्छी पारी खेली थी। 61 रनों की पारी खेल कर उन्होंने उस मैच में सबसे ज्यादा रन बनाए थे। इससे भारत को या मैच 6 विकेट से जीतने में आसानी हुई। हालाँकि, वर्ल्ड कप के बाद उनका फॉर्म गिरा और पाकिस्तान व वेस्टइंडीज के खिलाफ खराब प्रदर्शन के कारण वो टेस्ट स्क्वाड से भार हो गए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -