Sunday, September 8, 2024
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जो प्रधानमंत्री है खालिस्तानी आतंकियों का ‘हमदर्द’, उसने अब दिलजीत दोसांझ को दिया ‘सरप्राइज’: PM ट्रुडो से मिलकर बोले भारतीय सिंगर- विविधता कनाडा की शक्ति

जिस समय दोसांझ मंच पर थे उसी समय जस्टिन ट्रूडो ने अपनी टीम के साथ एंट्री ले ली और उन्हें देखते ही दिलजीत भावुक हो गए। वह ट्रुडो से गले लगकर मिले। इसके बाद वीडियो में दोसांझ के ग्रुप ने अपने 'ओये पंजाबी आ गए' वाली अपनी लाइन ट्रुडो के साथ बोली।

पंजाबी सिंगर व एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपनी जट एंड जूलियट 3 के कारण खूब चर्चा में हैं। वह इसका प्रमोशन विदेशों तक में जाकर कर रहे हैं। इसी क्रम में वो पिछले दिनों कनाडा भी पहुँचे थे जहाँ उनका कार्यक्रम ओंटारियो स्थित रॉजर्स सेंटर में होना था। पहले तो इस सेंटर में पहली बार किसी पंजाबी सिंगर के शो की सारी टिकट बिकने के कारण ये शो चर्चा में आया। फिर इस मंच पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के पहुँचने से इस कार्यक्रम को और सुर्खियाँ मिल गईं।

दरअसल, जिस समय दोसांझ मंच पर टीम के साथ थे उसी समय जस्टिन ट्रूडो ने अपनी टीम के साथ एंट्री ले ली और उनका ये सरप्राइज देखते ही दिलजीत भावुक हो गए। वह ट्रुडो से गले लगकर मिले। इसके बाद वीडियो में दोसांझ के ग्रुप ने अपने ‘ओये पंजाबी आ गए’ वाली अपनी लाइन ट्रुडो के साथ बोली।

वहीं पीएम ट्रूडो कनाडा के ओंटारियो स्थित स्टेडियम रॉजर्ससेंटर पर दोसांझ से मिलने के बाद X पर लिखा, “शो से पहले दिलजीत दोसांझ को शुभकामनाएँ देने के लिए रॉजर्स सेंटर पर रुका। कनाडा एक महान देश है। जहाँ पंजाब से आकर एक शख्स इतिहास बनाता है। विविधता हमारी सिर्फ ताकत नहीं है। यह एक सुपर पॉवर है।”

वहीं इस मुलाकात को लेकर दोसांझ ने लिखा, “विविधता कनाडा की ताकत है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो इतिहास बनते देखने के लिए आए। रॉजर्स सेंटर पर हमारे सारे टिकट बिक गए थे।”

बता दें कि कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो का झुकाव पिछले कुछ समय से सिख समुदाय को अपनी ओर करने पर ज्यादा दिखाई दिया है। लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि शायद ट्रुडो का इस तरह शो में पहुँचना भी इसलिए था क्योंकि दोसांझ के सिख फैन ज्यादा हैं और उनके शो की टिकटें भी बिक चुकी थीं। ऐसे में हो सकता है दोसांझ को बधाई देने की बजाय ये सिखों का फेवरेट बने रहने का स्टंट हो।

ये भी बता दें कि ऐसे अंदाजा सोशल मीडिया पर कनाडा सीएम के पिछले बयानों को देखते हुए लगाए जा रहे हैं। ट्रुडो ने कुछ समय पहले ही अपनी एकजुटता खालिस्तानी तत्वों के साथ दिखाई थी। उन्होंने खुलेआम खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था जबकि भारत ने उनसे कई दफा सबूत भी माँगे, मगर बिन सबूतों के वे सिर्फ भारत पर इल्जाम लगाते रहे और खालिस्तानी तत्वों के आगे हीरो बनते रहे। उन्होंने एक कार्यक्रम में ये भी कहा था कि वो खालिस्तान के साथ हैं। इसके अलावा वो कई बार भारत को नीचा दिखाने वाले बयानबाजी करते रहे हैं। उनकी इन हरकतों को देख कनाडा के मूल निवासी उनसे सवाल करते हैं कि उनका झुकाव जितना खालिस्तान और खालिस्तान समर्थकों पर हैं उतना अगर कनाडा के विकास पर होता तो आज सब उन्हें पसंद कर रहे होते।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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