2036 ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए भारत दावेदारी पेश करेगा। इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के पूर्ण सदस्यों के समक्ष रोडमैप पेश किया जाएगा। आईओसी का यह सत्र मुंबई में सितंबर 2023 में होना है। यह जानकारी केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने दी है।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में ठाकुर ने मंगलवार (27 दिसंबर 2022) को कहा कि इस आयोजन के लिए भारत तैयार है। विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से गुजरात का अहमदाबाद मेजबान शहर हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की ओर से पेश की जाने वाली इस दावेदारी के साथ भारत सरकार मजबूती के साथ खड़ी होगी। भारत 1982 में एशियाई और 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों की सफल मेजबानी कर चुका है। ऐसे में अब अगला लक्ष्य खेल के सबसे बड़े आयोजन की मेजबानी हासिल करना है।
गुजरात में आयोजन पर अनुराग ठाकुर कहा कि राज्य इससे पहले कई बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी की इच्छा जता चुका है। वहाँ बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद हैं। आयोजन के लिए होटल, हॉस्टल, एयरपोर्ट और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स हैं। साथ ही ओलंपिक खेलों का आयोजन, राज्य सरकार के घोषणा-पत्र में भी था।
बकौल ठाकुर जब भारत इतने बड़े स्तर पर G20 प्रेसीडेंसी की मेजबानी कर सकता है तो सरकार भारतीय ओलंपिक संघ के साथ मिलकर देश में ओलंपिक की मेजबानी भी कर सकती है। यह तो सबको पता है कि ओलंपिक खेलों के लिए 2032 तक स्लॉट बुक हो चुके हैं। लेकिन हमारी उम्मीदें 2036 को लेकर हैं।
वहीं सोमवार (26 दिसंबर 2022) को केंद्रीय खेल मंत्री ने भोपाल में खेल सुविधाओं का निरीक्षण के दौरान कहा था कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकता है। साथ ही कहा था कि वह दिन अब दूर नहीं, जब भारत ओलंपिक खेलों की मेजबानी करेगा।
उन्होंने कहा था, “भारत में अब कुछ भी संभव है। देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोई भी आयोजन करने को तैयार है। भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता से यह संदेश गया है कि भारत नई ऊँचाइयों को छू रहा है। एक नए भारत का निर्माण हो रहा है, जिसमें खेलों की बड़ी भूमिका होगी। वह दिन दूर नहीं जब भारत ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार होगा।”