Saturday, November 16, 2024
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केवल गोल्ड पर ही नीरज चोपड़ा ने नहीं मारा भाला, चीन की बेईमानी को भी भेदा: एशियन गेम्स में धोखाधड़ी पर भड़कीं अंजू बॉबी जॉर्ज

"यह केवल नीरज के साथ नहीं हुआ है। पहले हमारे लम्बी चाल वाले खिलाड़ियों के साथ यही हुआ। फिर ज्योति (बाधा दौड़ की खिलाड़ी) के साथ हुआ। उसके बाद जैवलिन थ्रोअर अन्नू रानी के साथ और फिर जेना (किशोर जेना) और नीरज के साथ यही हुआ है।"

चीन में चल रहे एशियाई गेम्स में 4 अक्टूबर 2023 को ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीता। भारत के ही किशोर जेना को इस स्पर्धा में सिल्वर मिला। लेकिन स्पर्धा के दौरान चीन ने जो बेईमानी की कोशिश की उस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। दरअसल इवेंट के दौरान चोपड़ा के भाले का पहला थ्रो नहीं मापा गया था।

इसके बाद चीन पर जानबूझकर भारत को निशाना बनाने के आरोप लग रहे हैं। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) की उपाध्यक्ष और लम्बी कूद की पूर्व खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज ने हांगझाऊ एशियन खेलों में चीन के खेल अधिकारियों पर बेईमानी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर भारत अपना विरोध दर्ज करवाएगा।

अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा, “यह केवल नीरज के साथ नहीं हुआ है। पहले हमारे लम्बी चाल वाले खिलाड़ियों के साथ यही हुआ। फिर ज्योति (बाधा दौड़ की खिलाड़ी) के साथ हुआ। उसके बाद जैवलिन थ्रोअर अन्नू रानी के साथ और फिर जेना (किशोर जेना) और नीरज के साथ यही हुआ है। वे लोग (चीन के खेल अधिकारी) जानबूझकर यह कर रहे हैं। मैं इस प्रकार के वाकए एशियन खेलों में देख कर दुखी हूँ। हम चीनी अधिकारियों के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज करवाएँगे।”

गौरतलब है कि जैवलिन थ्रो के आखिरी मुकाबले में नीरज के भाला फेंकने के पहले प्रयास पर चीन के अधिकारियों ने कहा कि कुछ तकनीकी गड़बड़ी की वजह से वह उसे माप नहीं सके। इसके पश्चात किशोर जेना के दूसरे प्रयास को अवैध ठहरा दिया गया। इससे एक दिन पहले जैवलिन थ्रो की महिला खिलाड़ी अन्नू रानी का पहला प्रयास भी नहीं रिकॉर्ड किया गया था। अन्नू ने भी इस प्रतियोगिता में चीन की बेईमानी के बावजूद स्वर्ण जीता था।

किशोर जेना के प्रयास को अवैध ठहराने पर साथी खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने विरोध दर्ज किया तो इसे मान लिया गया। सोशल मीडिया पर चीन के अधिकारियों के इस रवैए के खिलाफ काफी गुस्सा देखा जा रहा है। लोगों ने कहा कि वह भारतीय खिलाड़ियों को पदक जीतने से रोकने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

हालाँकि चीन के खेल अधिकारियों के इन प्रयासों का भारत के खिलाड़ियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा और नीरज तथा किशोर जेना, दोनों ने स्वर्ण और रजत अपने नाम किए। नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण जीतने के बाद चीन के खेल अधिकारियों के इस रवैए पर भी सवाल भी उठाए थे।

उन्होंने कहा था, “मुझे बड़ा खराब लगा कि इतने बड़े इवेंट में मेरा पहला थ्रो खराब गया। ज्योति यार्राजी के साथ भी ऐसा ही हुआ। मेरे साथ भी गड़बड़ हुई है। जेना के एक थ्रो में भी समस्याएँ थी। लेकिन अंत में हमारा परिणाम अच्छा था जो कि प्रदर्शित करता है कि हम तैयार हो कर आए थे।”

बाधा दौड़ की खिलाड़ी ज्योति यार्राजी को दौड़ से बाहर कर दिया गया था, क्योंकि एक चीनी खिलाड़ी ने बेईमानी से दौड़ने की शुरुआत कर दी थी। बाद में उनके दौड़ने का समय भी रिकॉर्ड नहीं किया गया। उनको पहले कांस्य पदक दिया गया था जो कि विरोध के बाद रजत में बदल दिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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