पाकिस्तान की सीनेट की स्थायी समिति की बुधवार (6 अक्टूबर 2021) को बैठक हुई। इसमें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन रमीज राजा ने आशंका जताई कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहें तो वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पतन का कारण बन सकते हैं। राजा ने इस तथ्य का खुलासा किया कि पीसीबी को 50 फीसदी फंडिंग आईसीसी करता है, जबकि खुद आईसीसी की 90 फीसदी फंडिग इंडियन मार्केट से होती है। राजा ने कहा, “एक तरह से भारत के कारोबारी घराने पाकिस्तान का क्रिकेट बोर्ड चला रहे हैं।”
उन्होंने आगे टिप्पणी की, “कल को अगर भारतीय प्रधानमंत्री फंडिंग रोकने का फैसला करते हैं तो पीसीबी समाप्त हो जाएगा।” हाल ही में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की अंतरराष्ट्रीय पुरुष क्रिकेट टीम द्वारा पाकिस्तान के साथ खेलने से इनकार करने की घटना का भी जिक्र रमीज राजा ने किया। राजा ने कहा, “उन्होंने 2 मिनट में पैक किया और चले गए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उन्हें पाकिस्तान में कोई दिलचस्पी नहीं है और इसका कारण यह है कि हमारी अर्थव्यवस्था सही नहीं है।”
WATCH: @TheRealPCB Chairman @iramizraja says Pakistan Cricket Board would collapse if Indian government wants, pointing to sizeable revenue @ICC gets from Indian markets. pic.twitter.com/dirEXhiLAB
— Asianet Newsable (@AsianetNewsEN) October 8, 2021
जब राजा से आईसीसी में पाकिस्तान के योगदान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का आईसीसी में कोई भी योगदान नहीं है।
राजा ने कराची के कारोबारियों से की बात
इस सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में कराची के व्यापारिक समुदाय से रमीज राजा ने बात की थी। उन्होंने उनसे पाकिस्तान को क्रिकेट की दुनिया का एक महाशक्ति बनाने में मदद करने की अपील की थी। पीसीबी प्रमुख ने कहा, “हमारा क्रिकेट अभी आईसीसी की फंडिंग पर निर्भर है। जब मैं बही-खातों को देखता हूँ तो बहुत डर जाता हूँ क्योंकि इसमें स्थानीय कारोबारियों का योगदान कम होता है।”
न्यूजीलैंड पर बना रहा दबाव
न्यूजीलैंड की टीम द्वारा सुरक्षा का हवाला देते हुए पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने से इनकार करने के बाद अब पाकिस्तान फिर से उस पर दौरे को रिशेड्यूल करने का दबाव बना रहा है। राजा ने उसी ब्रीफिंग में कहा कि एक हफ्ते में अच्छी खबर होगी। उन्होंने कहा, “मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष को कड़े शब्दों में एक पत्र लिखा है, जिसमें मैंने उल्लेख किया है कि आईसीसी पश्चिमी ब्लॉक की राजनीतिक शाखा बन गई है और केवल एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी बनकर रह गई है।”