भारत-इंग्लैंड के बीच राजकोट टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ने डबल सेंकुरी ठोंक दी है। यशस्वी जायसवाल ने सीरीज के दूसरे मैच में भी डबल सेंचुरी ठोंकी थी। उन्होंने नाबाद 214 रनों की पारी खेली। इसके साथ ही कप्तान रोहित शर्मा ने भारत की पारी घोषित कर दी। यशस्वी की दमदार पारी की बदौलत टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने 557 रनों का लक्ष्य रखा है।
इंग्लैंड के सामने 557 रनों का लक्ष्य
भारतीय टीम ने यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, कुलदीप यादव और सरफराज खान की दमदार बल्लेबाजी के दम पर दूसरी पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 430 रन बनाए और इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 557 रनों का लक्ष्य रखा है। भारतीय टीम को पहली पारी में 126 रनों की बढ़त मिली थी। भारतीय पारी की घोषणा के समय यशस्वी जायसवाल 214 रनों पर तो सरफराज खान 68 रन बनाकर मैदान में डटे थे, दोनों नाबाद लौटे। वहीं, शुभमन गिल 91 रन बनाकर रन आउट हो गए थे। कुलदीप यादव ने नाइट वॉचमैन के तौर पर गेंदों का सामना किया और 27 रन बनाए।
यशस्वी-सरफराज का कमाल
यशस्वी जायसवाल और पहला ही टेस्ट मैच खेल रहे सरफराज खान ने महज 26.2 ओवरों में 172 रनों की साझेदारी की। यशस्वी जायसवाल ने 236 गेदों की अपनी पारी में 14 चौके और 12 छक्के लगाए। वहीं, पहली पारी में अर्धशतक लगाकर रन-आउट होने वाले सरफराज खान ने दूसरी पारी में नाबाद 68 रन बनाए। उन्होंने महज 72 गेंदों का सामना करते हुए 3 छक्के और 6 चौके लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 94.44 का रहा, तो यशस्वी ने अपनी पूरी पारी में 90 से अधिक का स्ट्राइक रेट बनाए रखा।
रोहित ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने से रोका!
रोहित शर्मा ने जिस समय भारतीय पारी घोषित की, उस समय तक अपनी दोहरी शतकीय पारी में यशस्वी जायसवाल 12 छक्के लगाकर वसीम अकरम के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके थे। यशस्वी जायसवाल ये रिकॉर्ड अगली ही गेंद पर तोड़ सकते थे, लेकिन रोहित शर्मा ने पारी घोषित कर दी। वसीम अकरम ने साल 1996 में शेखूपुरा में जिम्बॉब्वे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ अपने जीवन का सबसे बड़ा स्कोर बनाया था। उन्होंने 363 गेंदों पर 257 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 22 चौके और 12 छक्के लगाए थे। हालाँकि संयुक्त रूप से ये रिकॉर्ड अब यशस्वी के नाम पर भी हो गया है।
तीसरे सबसे छोटे 2 दोहरा शतक बनाने वाले खिलाड़ी
यशस्वी जायसवाल ने महज 7 टेस्ट मैचों की 13 पार्टियों में दो दोहरे शतक बना डाले हैं। उन्होंने अपतक अपने छोटे से करियर में तीन शतक लगाए हैं, जिसमें दो दोहरे शतक हैं। तो उन्होंने 2 अर्धशतकीय पारियाँ भी खेली हैं। इस मैच में दोहरा शतक बनाते समय यशस्वी जायसवाल की उम्र 22 साल 49 दिन की है। ये रिकॉर्ड अब भी विनोद कांबली के नाम है। उन्होंने 21 साल 54 दिनों में ही दो दोहरे शतक ठोंक दिए थे। डॉन ब्रैडमैन ने भी महज 21 साल 318 दिनों में ये कारनामा कर दिया था। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ चौथे नंबर पर हैं, उन्होंने 22 साल 173 दिनों में दो दोहरे शतक बना डाले थे।
भारत ने छक्कों का बनाया रिकॉर्ड
भारतीय टीम ने महज तीसरे ही टेस्ट मैच में अब तक 48 छक्के ठोंक डाले हैं। ये किसी भी टीम के लिए अब तक किसी भी सीरीज में सबसे ज्यादा छक्कों का विश्व रिकॉर्ड है। भारत के ही नाम पर इससे पिछला रिकॉर्ड भी था। भारतीय टीम ने साल 2029 में दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ 47 छक्के लगाए थे। यही नहीं, इस मैच में भारतीय टीम ने 28 छक्के लगाए, जो किसी भी टीम के लिए सबसे ज्यादा छक्के हैं। ये रिकॉर्ड भी पहले भारतीय टीम के ही नाम दर्ज था, जिसने साल 2019 में विशाखापट्टनम टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 27 छक्के लगाए थे।
मैच हाईलाइट्स
भारतीय टीम ने टॉस जीता, पहले बल्लेबाजी का फैसला। ध्रुव जुरेल और सरफराज खान को डेब्यू का मौका
भारतीय टीम ने पहली पारी में 445 रन बनाए। इसमें कप्तान रोहित शर्मा ने 131 रनों की शतकीय पारी खेली, तो रविंद्र जडेजा ने 112 रन बनाए। सरफराज खान 62 रन बनाकर आउट हुए, तो ध्रुव जुरेल ने 46 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए मार्क वुड ने 4 विकेट लिए।
इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में 319 रन बनाए. बेन डकेट ने 153 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने महज 151 गेंदों पर ही 153 रन ठोंक दिए। कप्तान बेन स्टोक्स 41 रन बना पाए। मोहम्मज सिराज ने 4 विकेट लिए, तो जडेजा-कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए. बुमराह को एक विकेट मिला। भारतीय टीम को पहली पारी के आधार पर 128 रनों की बढ़त मिली।
भारत ने अपनी दूसरी और मैच की तीसरी पारी 4 विकेट के नुकसान पर 430 रनों पर घोषित कर दी है और इंग्लैंड के सामने 557 रनों का लक्ष्य रखा है।