Sunday, November 17, 2024
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कन्नड़ सबसे घटिया भाषा: गूगल इंडिया ने माँगी माफी, कहा – एल्गोरिदम को बेहतर बनाने के लिए कर रहे काम

"सर्च हमेशा सही नहीं होती है। कभी-कभी, जिस तरह से इंटरनेट पर किसी कंटेंट को डिस्क्राइब किया जाता है, वह सवालों के अजीब रिजल्ट दे देता है। हम गलतफहमी और किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए क्षमा चाहते हैं।"

गूगल (Google) सर्च में कन्नड़ भाषा को सबसे भद्दी भाषा दिखाने के मामले में गूगल इंडिया ने गुरुवार (3 मई 2021) को माफी माँग ली। गूगल ने कन्नड़ भाषा में लिखे अपने माफीनामे में कहा कि सर्च का रिजल्ट कंपनी की सोच को नहीं दिखाता है। कंपनी ने कहा कि वो अपने एल्गोरिदम को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। इसी के साथ गूगल ने कन्नड़ को सबसे गंदी भाषा बताने वाले सर्च को हटा लिया है।

दरअसल, कन्नड़ भाषा को सर्च रिजल्ट में सबसे गंदी भाषा बताने के बाद लोगों ने इसकी जमकर आलोचना की थी। कर्नाटक के कन्नड़, संस्कृति और वन मंत्री, अरविंद लिंबावली ने गूगल को कानूनी नोटिस भेजने की बात कही थी। उन्होंने इस भाषा को कन्नड़ लोगों का गौरव बताते हुए गूगल से तत्काल माफी की माँग भी की थी।

मंत्री अरविंद लिंबावली ने कहा कि कन्नड़ भाषा का अपना एक इतिहास है, जो लगभग 2,500 साल पुराना है। उन्होंने कहा कि यह भाषा सदियों से कन्नड़ लोगों का गौरव रही है।

इसके बाद गूगल इंडिया ने गलतफहमी और किसी की भावनाओं को आहत करने के मामले में माफी माँग लिया। गूगल ने ट्वीट कर लिखा, “सर्च हमेशा सही नहीं होती है। कभी-कभी, जिस तरह से इंटरनेट पर किसी कंटेंट को डिस्क्राइब किया जाता है, वह सवालों के अजीब रिजल्ट दे देता है। हम जानते हैं कि यह सही नहीं है, लेकिन जब हमें इसके बारे में जानकारी दी जाती है तो हम उसे तेजी से सुधार करने की कोशिश करते हैं। हम मुद्दों और हमारे एल्गोरिदम को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। स्वाभाविक है कि ये Google की राय को नहीं दिखाता है। हम गलतफहमी और किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए क्षमा चाहते हैं।”

राजनेताओं और एक्टिविस्ट ने जताई थी आपत्ति

गूगल द्वारा कन्नड़ भाषा को सबसे घटिया भाषा दिखाने को लेकर 3 जून, 2021 को राजनीतिक प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं समेत कई कन्नड़ लोगों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी। दरअसल, गूगल सर्च में भारत की सबसे खराब भाषा के उत्तर में कन्नड़ को दिखाया गया, जिसमें ये बताया गया कि यह दक्षिण भारत में बोली जाने वाली भाषा है, जो 40 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है।

ऐसा लगता है कि इसका उत्तर ‘डेटकॉन्सॉलिडेशनस्क्वाड डॉट कॉम (debtconsolidationsquestions.com)’ नामक वेबसाइट के एक पेज से लिया गया है। इसमें “भारत में सबसे आसान भाषा” और “सबसे सुंदर” भाषाओं के सवालों समेत दुनिया भर की भाषाओं के सवालों के जवाबों की एक पूरी लिस्ट दी गई थी।

बहरहाल, सोशल मीडिया पर इसके सामने आने के बाद बेंगलुरु सेंट्रल से बीजेपी के सांसद पीसी मोहन ने गूगल इंडिया से माफी की माँग की थी। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मुकुंद गौड़ा ने भी गूगल इंडिया को पत्र लिखकर सर्च रिजल्ट को हटाने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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