प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 1 करोड़ घरों को सोलर ऊर्जा के जरिए मुफ्त बिजली दिलाने की योजना लॉन्च कर दी है। इस योजना का नाम ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ रखा गया है। देश के एक करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने वाली इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने आवेदन चालू कर दिए हैं और एक पोर्टल भी लॉन्च किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस योजना के विषय में एक्स (पहले ट्विटर) पर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, “सतत विकास और आमजन के लाभ के लिए, हम पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना की शुरुआत कर रहे हैं। ₹75,000 करोड़ से अधिक के निवेश वाली इस योजना का लक्ष्य 1 करोड़ घरों को प्रतिमाह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करना है।”
Let’s boost solar power and sustainable progress. I urge all residential consumers, especially youngsters, to strengthen the PM – Surya Ghar: Muft Bijli Yojana by applying at- https://t.co/sKmreZmenT
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2024
आगे उन्होंने लिखा, “केंद्र सरकार इसका ध्यान रखेगी कि लोगों पर इसकी लागत का भार ना पड़े, इसके लिए सस्ते कर्ज और लोगों के खाते में सीधी सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना के सभी पक्षों को एक ही पोर्टल पर एक साथ समायोजित किया जाएगा जिससे और भी सुविधा होगी। इस योजना को जमीन तक पहुँचाने के लिए, शहरी निकायों और ग्राम पंचायतों को रूफटॉप सोलर को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही, इस योजना से लोगों की आय बढ़ेगी, बिजली बिल कम और रोजगार सृजन भी होगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से योजना का लाभ लेने की अपील की है। उन्होंने लिखा, “आइए सोलर ऊर्जा और सतत विकास को बढ़ावा दें। मैं सभी घरेलू उपभोक्ताओं, विशेष रूप से युवाओं से आग्रह करता हूँ कि वह आवेदन करके पीएम- सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना को मजबूत बनाएँ।”
बजट में हुआ था योजना का ऐलान
गौरतलब है कि 1 फरवरी को पेश किए गए वित्त वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना का ऐलान किया था। अब इसकी आधिकारिक शुरुआत हो गई है। इसमें आवेदन के पंजीकरण के लिए पीएम सूर्य घर योजना की वेबसाईट पर जाना होगा।
इसके बाद योजना के तहत लाभार्थी के घर की छत पर एक सोलर पॉवर प्लांट लगाया जाएगा। यह पॉवर प्लांट लगाने के लिए केंद्र सरकार बड़ी आर्थिक सहायता देगी। इससे पैदा होने वाली 300 यूनिट बिजली गृहस्वामी बिना किसी भुगतान के उपयोग कर सकेगा।
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत 3 किलोवाट तक की क्षमता वाले सोलर पॉवरप्लांट के लिए ₹18,000/किलोवाट की सब्सिडी दी जाएगी। जिन राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है, वहाँ यह राशि ₹20,000/किलोवाट रहेगी। 3-10 किलोवाट वाले पॉवरप्लांट के लिए पहले 3 किलोवाट तक ₹18,000/किलोवाट और फिर ₹9,000/किलोवाट की सब्सिडी देगी। वेबसाइट पर बताया गया है कि लाभार्थी को इस योजना का लाभ सात अलग-अलग चरणों के पूर्ण होने के बाद मिलेगा।
हाउसिंग सोसायटी भी ले सकती है योजना का फायदा
बता दें कि इस योजना का लाभ बड़ी हाउसिंग सोसायटी भी ले सकती हैं, उनको भी सरकार इसके लाभ उपलब्ध करवाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया गया है। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थियों को अपनी छतों पर भारतीय कम्पनियों के ही सभी सोलर उत्पाद लगाने होंगे तभी उन्हें केंद्रीय सहायता मिल सकेगी।
एक रिपोर्ट बताती है कि देश में एक औसत घर महीने में लगभग 250 यूनिट बिजली खर्च करता है। भारत में एक यूनिट बिजली का औसत भाव 5 रुपए है। ऐसे में लगभग ₹15,000 की बचत एक परिवार एक वर्ष में कर सकेगा। यदि किसी परिवार का बिजली खर्च इससे ज्यादा भी होता है तो भी उसे बड़ा फायदा होगा।
गौरतलब है कि कई विपक्षी दल देश में चुनावों के समय मुफ्त बिजली का वादा करते आए हैं। पंजाब और दिल्ली जैसे राज्य मुफ्त बिजली दे भी रहे हैं। हालाँकि, यह वादा जमीन पर उतारने के बाद बड़े नुकसान होते हैं। भारत में अधिकांश बिजली कोयले से बनती है।
इस बिजली की उत्पादन लागत भी सोलर ऊर्जा के मुकाबले अधिक है। ऐसे में कोयले से पैदा की गई बिजली को मुफ्त देने पर सरकार को बड़ी सब्सिडी देनी पड़ती है। अकेले पंजाब में ही इस समय इस सब्सिडी का भार लगभग ₹20,000 करोड़ है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 25 करोड़ घरों पर ऐसे रूफटॉप सोलर लगाए जा सकते हैं। इनके ऊपर 637 गीगावॉट तक की ऊर्जा पैदा कर सकती है। हालाँकि, यही रिपोर्ट दिखाती है कि देश में मात्र 11 गीगावॉट क्षमता के ही रूफटॉप सोलर लगाए गए हैं अभी।
भले ही भारत ने घरों पर सोलर क्षमता लगाने में अभी आशातीत सफलता नहीं पाई हो, लेकिन उसने बीते कुछ वर्षों में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काफी प्रगति हासिल की है। अब इस योजना से यह तस्वीर भी बदलेगी। एक रिपोर्ट बताती है देश में अभी लगभग 75 गीगावॉट की सोलर क्षमता है।