परीक्षार्थियों के हिंसक विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे ने एनटीपीसी और ग्रुप डी (श्रेणी-1) की परीक्षाएँ स्थगित कर दीं हैं। छात्रों के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हमारे पास परीक्षा को लेकर कोई शिकायत नहीं आई। हमने जाँच कमेटी बनाई है और वो इसकी जाँच करेगी। कमिटी 4 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। ये समिति विरोधी छात्रों की आपत्तियाँ सुनेगी और इन पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंपेगी।
Railway Ministry stays examinations of Non-Technical Popular Categories & Level 1 of Railway Recruitment Board in wake of students’ protest. A committee has been formed to listen to the candidates who cleared or failed. It will give a report to the Ministry: Ministry of Railways
— ANI (@ANI) January 26, 2022
छात्रों की शिकायत सुनने के लिए रेलवे ने किया कमिटी की गठन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि समिति परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की आपत्तियों की जाँच करेगी और दोनों पक्षों की शिकायतें और चिंताएँ सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी। छात्र 16 फरवरी तक समिति के समक्ष अपनी शिकायतें प्रस्तुत कर सकते हैं।
Students can submit their grievances before the committee till February 16. The committee will examine the grievances and submit its recommendations before March 4: Railway Minister Ashwini Vaishnaw pic.twitter.com/FFTcwlxIvD
— ANI (@ANI) January 26, 2022
RRB-NTPC रिजल्ट पर हुआ हंगामा
RRB-NTPC का रिजल्ट जारी होने के बाद लाखों छात्रों ने इसके विरोध में बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ कई अन्य जगहों पर भी प्रदर्शन किया है। वहीं रिजल्ट में धाँधली के विरोध में गया जंक्शन पर छात्रों ने उपद्रव करते हुए ट्रेन की तीन बोगियों में आग लगा दी। पूरे मामले में प्रदर्शनकारियों ने परीक्षा परिणाम में धाँधली का आरोप लगाया है। छात्रों का आरोप है कि आरआरबी एनटीपीसी भर्ती (RRB NTPC Recruitment) सीबीटी-1 के रिजल्ट में जोन वाइज कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालिफाई घोषित किया जाना था। लेकिन विभिन्न स्लॉट में पदों की संख्या को आधार मानकर अलग-अलग हर स्लॉट के लिए 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालिफाई घोषित किया गया है।
इससे परीक्षा में क्वालिफाई करने वाली अभ्यर्थियों की वास्तविक संख्या 20 गुना के बजाय महज 5-6 गुना रह गई है। इसे लेकर ही उम्मीदवारों में नाराजगी है। क्योंकि, अब सीमित संख्या में ही अभ्यर्थी आरआरबी एनटीपीसी भर्ती के दूसरे चरण यानी सीबीटी-2 परीक्षा में भाग ले पाएँगे। वहीं रेलवे बोर्ड का कहना है कि पद खाली न रहे, इसके लिए ये व्यवस्था की गई है। यही विरोध की वजह है। छात्रों की माँग है कि रिजल्ट पर रेलवे को दोबारा विचार करना चाहिए।
रेलवे की RRB-NTPC परीक्षा का रिजल्ट हाल ही में आया
RRB-NTPC परीक्षा का रिजल्ट 14-15 जनवरी को जारी किया गया था जिसके बाद से ही कैंडिडेट्स का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और रिजल्ट आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष भड़का हुआ है।
फरवरी में होने वाली थी ग्रुप डी की परीक्षा भी स्थगित
गौरतलब है कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) परीक्षा के रिजल्ट के खिलाफ अभ्यर्थी पिछले तीन दिन से विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। ये विरोध तब और बढ़ गया जब रेलवे ने सोमवार को ग्रुप डी भर्ती में सीबीटी दो चरणों में लेने की घोषणा की। एनटीपीसी सीबीटी-2 की परीक्षा 15 फरवरी और ग्रुप डी सीबीटी-1 की परीक्षा 23 फरवरी से शुरू होने वाली थी। लेकिन अब इन्हें स्थगित कर दिया गया है।
बिहार में भारी विरोध प्रदर्शन
वहीं रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (RRB-NTPC) की परीक्षा 2021 परिणाम के विरोध में छात्रों का विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है और मंगलवार को ये बिहार के अन्य हिस्सों में फैल गया। कल प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया जिससे बिहार में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई।
बिहार में एक-दो दिन से लगातार कई स्थानों पर परीक्षार्थियों के द्वारा ट्रेनें रोके जाने और पटरियों को जाम करने की घटनाएँ सामने आई। प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने गया जंक्शन पर ट्रेन में आग लगा दिया। इसके बाद फायर बिग्रेड की टीम पहुँच गई और आग बुझाने की कोशिश करने लगी। इधर उपद्रवियों को काबू करने के लिए आरपीएफ को आँसू गैस के गोले दागने पड़े। वहीं सोमवार (24 जनवरी 2022) शाम को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर आँसू गैस और लाठीचार्ज का प्रयोग भी करना पड़ा। मामले को लेकर अज्ञात 500 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
सीतामढ़ी में डीएसपी, सीओ जख्मी
सीतामढ़ी में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया। पथराव में डीएसपी, सीओ समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। दर्जनभर से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। मुजफ्फरपुर जंक्शन और मोतिहारी के बापूधाम स्टेशन पर रेलवे ट्रैक दो घंटे तक अभ्यर्थियों के कब्जे में रहा। प्रदर्शनकारियों के उग्र तेवर को देखते हुए पुलिस को भी पीछे हटना पड़ा।
नवादा में मशीन और सीट में लगाई आग
नवादा रेलवे स्टेशन पर छात्रों ने पटरी दुरुस्त करने वाली डायनेमिक टेम्पिंग एक्सप्रेस मशीन और कुछ यात्री शीट को आग के हवाले कर दिया। पटरी के कपलिंग को निकाल दिया गया। रेल ट्रैक पर साइड में रखी पटरी को डाल दिया। लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को हटाकर ट्रेन परिचालन बहाल किया गया।
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर रोकी ट्रेन, दो घंटे किया बवाल
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दो घंटे तक बवाल किया। इस दौरान जंक्शन पर आई बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस समेत दो ट्रेनों को रोक कर हंगामा किया। करीब एक घंटे तक ट्रेनों को रोककर परीक्षार्थी प्रदर्शन करते रहे। ट्रेन रोके जाने की सूचना पर आरपीएफ, जीआरपी व जिला पुलिस के अधिकारी और जवान मौके पर पहुँचे और परीक्षार्थियों को समझाकर रेलवे ट्रैक से हटने को कहा गया, ताकि ट्रेनों का परिचालन हो सके। लेकिन, परीक्षार्थियों ने किसी की नहीं सुनी। इस दौरान अधिकारियों व जवानों के साथ परीक्षार्थियों की नोकझोंक भी हुई। दोपहर 12 से लेकर दो बजे तक ट्रैक पर परीक्षार्थियों का कब्जा रहा।
मोतिहारी में रेलवे ट्रैक पर आकर प्रदर्शनकारियों ने किया घंटों बवाल
मोतिहारी के बापूधाप रेलवे स्टेशन पर दो घंटे से अधिक समय तक प्रदर्शनकारियों का कब्जा जमा रहा। प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों के उग्र तेवर को देखते हुए पुलिस को भी पीछे हटना पड़ा। इसके अलावा मधुबनी,समस्तीपुर सहित कई महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया। प्रदर्शन के कारण 12 बजे से लेकर 3 बजे तक अधिकांश ट्रेनों का परिचालन ठप रहा। यात्रियों का भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बक्सर में रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर की नारेबाजी
आरआरबी-एनटीपीसी की परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए पटना-पीडीडीयू रेलखंड के बक्सर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को छात्रों और अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। रेलवे ट्रैक पर चक्का जाम किए जाने से बक्सर में कई ट्रेनें रोकी गईं। वहीं कुछ ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ा किया गया। छात्र करीब 12 बजे से ही रेलवे स्टेशन पर खड़े होकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्रों के प्रदर्शन को लेकर स्टेशन पर व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।
परीक्षा देने पर लगेगा आजीवन प्रतिबंध: रेलवे
इस बीच बढ़ते विरोध के बीच रेल मंत्रालय ने मंगलवार (25 जनवरी 2022) को एक बयान जारी कर उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी पाने से जीवन भर के लिए प्रतिबंधित करने की चेतावनी दी थी। इसमें कहा गया था कि जो छात्र रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुँचाने और रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन के दोषी पाए जाएँगे उन्हें रेलवे की नौकरी पाने के लिए बैन कर दिया जाएगा और वो रेलवे की नौकरी हासिल नहीं कर सकेंगे। यह चेतावनी बिहार में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों के रेलवे पटरियों पर धरने पर बैठने के मद्देनजर आई थी।