न्यू साउथ वेल्स की राजधानी सिडनी में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन के खेल के दौरान रविवार (जनवरी 10, 2021) को लगातार दूसरे दिन भारतीय खिलाड़ियों पर नस्लीय टिप्पणी की गई है, जिसके बाद पुलिस ने 6 दर्शकों को स्टेडियम से निकाल बाहर किया। मोहम्मद सिराज ने इसकी शिकायत की। इससे 1 दिन पहले भी उन्होंने और जसप्रीत बुमराह ने दर्शक दीर्घा से नस्लीय टिप्पणी की शिकायत की थी।
भारतीय तेज़ गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने इसकी शिकायत कप्तान अजिंक्य रहाणे से की, जिन्होंने फील्ड अंपायर पॉल राफेल के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई। अंपायर ने खिलाड़ियों की बात को टीवी अम्पायर और मैच रेफरी तक पहुँचाई। तब जाकर कहीं पुलिस को बुलाया गया और नस्लीय टिप्पणी करने वाले दर्शकों को बाहर किया गया। कुछ मिनट तक खेल रुकने के बाद इसे दोबारा शुरू किया गया। BCCI पहले ही इस सम्बन्ध में CA के समक्ष शिकायत दर्ज करा चुका है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि नस्लीय टिप्पणियों को लेकर उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति है और वो इस प्रकार की घटना को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। मैच के तीसरे दिन भी इसी तरह की अभद्र टिप्पणी की गई, जिसके बाद BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने मैच रेफरी और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड बून से इसकी शिकायत की। मोहम्मद सिराज को एक दर्शक ने ‘मंकी (बंदर)’ कहा था।
भारतीय खिलाड़ियों ने सिक्यॉरिटी अधिकारियों और अंपायर्स की मौजूदगी में इस मामले में बैठक भी की। भारत के पूर्व खिलाड़ियों पार्थिव पटेल और प्रज्ञान ओझा से लेकर ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न और माइक हसी ने भी इस घटना पर आपत्ति जताते हुए ऐसे दर्शकों पर लाइफटाइम प्रतिबंध लगाने की वकालत की है। याद हो कि 2008 में इसी तरह एंड्र्यू सायमंड्स और हरभजन सिंह के बीच झड़प हो गई थी।
JaspritBumrah and mohammed #siraj Racially abused by
— Rehaan 🔰 (@sarcastiqlonda) January 10, 2021
Australians fans #racism 😠 pic.twitter.com/Z6550kfSkQ
प्रज्ञान ओझा ने कहा है कि BCCI को ये मुद्दा लेकर ICC (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) के सामने इसकी शिकायत दर्ज करा के CA को सख्त संदेश देना चाहिए। टिप्पणी करने वाले दर्शक नशे में पाए गए थे, जिसके बाद सुरक्षा अधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। माइक हसी ने कहा कि पिछले 1 वर्ष से दुनिया जिस दौर से गुजर रही है, उस बीच ऐसी घटना कलंक की तरह है। चौथे टेस्ट मैच को लेकर पहले ही विवाद चल रहा है।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेटरों पर कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ कर रेस्टॉरेंट में भोजन करने का आरोप लगा था, जिसे BCCI ने नकार दिया था। ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन टीम इंडिया के क्रिकेटरों पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगा रहा है, जिससे वो नाराज़ हैं। ब्रिस्बेन में चौथे और अंतिम टेस्ट मैच से पहले सख्त क्वारंटाइन थोपे जाने से भारतीय क्रिकेटर आक्रोशित हैं। आरोप लगे थे कि तीसरे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम को अस्थिर करने के लिए ये सब किया जा रहा है।