Monday, November 18, 2024
Homeविविध विषयअन्यTokyo Olympics: 3 में से 2 राउंड जीतकर भी हार गईं मैरीकॉम, क्या उनके...

Tokyo Olympics: 3 में से 2 राउंड जीतकर भी हार गईं मैरीकॉम, क्या उनके साथ हुई बेईमानी? भड़के फैंस

मैरीकॉम ने बताया, "मुझे अभी भी खुद पर विश्वास नहीं हो रहा है। मुझे लगा कि मैं अभी भी जीत रही हूँ। रिंग के अंदर, मैंने अपना हाथ उठाया, क्योंकि मुझे स्पष्ट रूप से पता था कि मैं जीत रही हूँ।"

भारतीय मुक्केबाज मैरीकॉम (Mary Kom) टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) से बाहर हो गईं, लेकिन उनकी हार के बाद विवाद खड़ा हो गया है। मैरीकॉम का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं था कि वह हार गई हैं। मैच होने के बाद जब उन्होंने सोशल मीडिया देखा तो पता चला कि वह हार गईं। उन्होंने इंटरनेशनल ओलिंपिक कमिटी (IOC) की बॉक्सिंग टास्क फॉर्स को निशाने पर लिया और खराब जज करने का आरोप लगाया। मैरीकॉम को प्री क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंग्रिट वलेंसिया के हाथों 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। मैरीकॉम ने आखिरी दो राउंड जीते थे, फिर भी उन्हें हारा हुआ घोषित कर दिया गया। 

मैरीकॉम ने इंडिया टुडे को बताया, “जब मैंने लड़ाई के बाद अपना सैंपल देने के लिए डोपिंग सेंटर में प्रवेश किया, तब भी मुझे विश्वास नहीं हुआ कि मैं हार गई। मेरे कोच मुझे बताने की कोशिश कर रहे थे कि मैं जीत गई, लेकिन इसका क्या मतलब है, मैं समझ नहीं पा रही हूँ।”

जजों के फैसले की घोषणा के बाद मैरीकॉम को मुस्कुराते और हाथ उठाते देखा जा सकता है। जब रैफरी ने मुकाबले के अंत में वलेंसिया का हाथ ऊपर उठाया तो मैरीकॉम की आँखों में आँसू और चेहरे पर मुस्कान थी। 6 बार की विश्व चैम्पियन 38 वर्षीया मैरीकॉम ने कहा कि पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा उनके मुकाबले के बारे में किए गए ट्वीट को देखकर ही उन्हें एहसास हुआ कि वह हार गई हैं।

मैरीकॉम ने कहा, “मुझे लगा कि मैं लड़ाई जीत रही हूँ। फिर मैंने अपनी हार के बारे में सोशल मीडिया पर किरण रिजिजू का ट्वीट देखा, मैं उसके बाद हैरान और परेशान थी। मुझे नहीं पता कि क्या कहूँ, मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि ऐसा निर्णय लिया गया।” 

उन्होंने कहा, “मैं विरोध भी नहीं कर सकती, क्योंकि हमें बताया गया था कि इस ओलंपिक में इसकी अनुमति नहीं है। इस तरह की चीजें पहले भी मेरे साथ अन्य प्रतियोगिताओं में हुई हैं। अकेले इस ओलंपिक में ऐसा नहीं हुआ है। मेरे साथ आखिरी बॉक्सिंग विश्व चैंपियनशिप में भी ऐसा ही हुआ था।” मैरीकॉम ने टोक्यो ओलंपिक को ‘बहुत बुरी तरह से आयोजित’ बताया।

मैरीकॉम ने टाइम्स नॉउ को बताया, “मुझे अभी भी खुद पर विश्वास नहीं हो रहा है। मुझे लगा कि मैं अभी भी जीत रही हूँ। रिंग के अंदर, मैंने अपना हाथ उठाया, क्योंकि मुझे स्पष्ट रूप से पता था कि मैं जीत रही हूँ।” उन्होंने आगे कहा, “हर कोई मैच देख रहा है, उन्हें पता है कि कौन जीत रहा है। मैं इस फैसले से निराश हूँ।”

मैरीकॉम ने 3 में से 2 राउंड जीते

मुकाबले में शुरू से ही दोनों मुक्केबाज एक दूसरे पर मुक्के जड़ रही थीं, लेकिन वलेंसिया ने शुरुआती राउंड 4-1 से अपने नाम कर दबदबा बना लिया था। मणिपुर की अनुभवी मुक्केबाज मैरीकॉम ने शानदार वापसी कर दूसरे और तीसरे राउंड को 3-2 से अपने नाम किया, लेकिन शुरुआती राउंड की बढ़त से वलेसिंया इस मुकाबले को जीतने में सफल रहीं। भारतीय मुक्केबाज ने दूसरे और तीसरे राउंड में दाहिने ‘हुक’ का बखूबी इस्तेमाल किया।

क्या मैरीकॉम के साथ हुई बेईमानी?

मुकाबले में 2 राउंड जीतने के बाद भी मैरीकॉम को हार का सामना करना पड़ा। इस वजह से उनके फैंस सोशल मीडिया पर भड़क गए हैं। फैंस का मानना है कि मैरीकॉम के साथ बेईमानी की गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -