प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में नेशनल म्यूज़ियम ऑफ इंडियन सिनेमा (NMIC) का उद्घाटन किया। उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय फ़िल्म जगत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फिल्म और समाज दोनों ही एक दूसरे का प्रतिबिंब हैं। जो समाज में घटता है, उसे फिल्म के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है।
नेशनल फिल्म म्यूज़ियम में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के गौरवशाली इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी। हमारी युवा पीढ़ी को काफी कुछ देखने, सीखने और समझने का अवसर मिलेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई स्थित नेशनल म्यूज़ियम की लागत 140 करोड़ रुपए है। इसका उद्देश्य भारतीय सिनेमा के अब तक के सफर के बारे में दुनिया को बताना है।
भारतीय फिल्में भारतीयता का आईना रहीं है, हमारी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाती रहती है साथ ही पूरे विश्व में भारत की साख बढ़ाने में मदद करती है: प्रधानमंत्री @narendramodi pic.twitter.com/UEAuEqnCj3
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 19, 2019
भारतीय फिल्में भारतीयता का आईना रही हैं। हमारी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाती रहती हैं। साथ ही पूरे विश्व में भारत की साख बढ़ाने में मदद करती हैं। नेशनल फ़िल्म म्यूज़ियम में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के गौरवशाली इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी। प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों के बारे और उनके संघर्षों के स्वर्णिम किस्से-कहानियों की झलक मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने भारत की ग़रीबी पर तो बहुत फिल्में देखी हैं। भारत की बेबसी पर भी फिल्में देखी हैं, मेरा मानना है कि ये एक बदलते समाज की निशानी है कि अब प्रॉब्लम्स के साथ-साथ सॉल्यूशंस पर भी फिल्में देखने को मिलती हैं।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में NMIC गैलरी का अवलोकन करते हुए कहा कि गांधीजी के जीवन पर आधारित फिल्में और गाँधी दर्शन से प्रेरित फिल्में दिखाई जाएंगी। गाँधी जी के बारे में यह प्रसिद्ध है कि वो वो चार्ली चैपलिन से काफी प्रेरित थे।
बता दें कि इस उद्घाटन समारोह में फ़िल्मी दुनिया की कई जानी-मानी हस्तियाँ भी मौजूद थीं, जिन्होंने इस राष्ट्रीय संग्राहलय के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद दिया।