‘डॉ बम’ के नाम से कुख्यात आतंकी और मुंबई में सिलसिलेवार धमाकों का दोषी डॉ जलीस अंसारी रविवार (जनवरी 19, 2020) की सुबह अमौसी एयरपोर्ट से मुंबई रवाना होने से पहले एसटीएफ अधिकारियों को चुनौती दे गया। उसने देश की कानून व्यवस्था को कमजोर बताते हुए कहा कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उसने कहा कि अब तक उसने 65 से ज्यादा धमाके किए, लेकिन पुलिस केवल 3 मामलों में उस पर आरोप सिद्ध कर पाई। इससे अंदाजा लगा लें कि स्थिति क्या है?
हिंदुस्तान की रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार (जनवरी 18, 2020) की दोपहर लगभग 3 बजे जलीस अंसारी को एसटीएफ और मुंबई एटीएस कानपुर लेकर पहुँची थी। यहाँ पर पूछताछ करने के बाद सुबह चार बजे उसे अमौसी ले जाया गया। कानपुर से लखनऊ के रास्ते में भी एसटीएफ अफसर उससे पूछताछ करते रहे। जहाँ उसने साफ शब्दों में अधिकारियों को चुनौती दी कि देश की कानून व्यवस्था ढीली है और कोई भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
जलीस ने अफसरों से कहा, “मैं 65 से ज्यादा धमाके कर चुका हूँ और अब तक मुझ पर सिर्फ़ तीन आरोप ही साबित हुए हैं। मैंने पुलिस वालों को धमाके में मारा और अब तक वह खुद पर हुए हमले के साक्ष्य नहीं जुटा पाई, इसी से अंदाजा लगा लो क्या स्थितियाँ हैं।”
देश: आतंकी डॉ. जलीस अंसारी बोला- लचर कानून व्यवस्था का मुझे फायदा मिलाhttps://t.co/qXOinvgFHt… pic.twitter.com/2auFyY9Z18
— Himanshu Rana (@glamour_wizards) January 20, 2020
अधिकारियों के सवालों का जवाब देते हुए आतंंकी ने कहा, “कोई भी बड़ा आतंकी मेरे बिना कुछ नहीं हैं। जेल में रहकर जो मैं कर सकता हूँ, वह कोई संगठन बाहर रहकर भी नहीं कर सकता।” उसने देश के मौजूदा हालातों पर भी अधिकारियों को जानकारी दी। उसने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर पूरे देश में विद्रोह की एक बहुत बड़ी भूमिका तैयार हो चुकी है। अगर सरकार इसे नहीं समझ पाएगी तो इसका अंजाम भुगतना होगा।
गौरतलब है कि जलीस ने अधिकारियों के सामने ‘डेंजरस माइंड’ नामक किताब का जिक्र किया और सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि यह किताब उसके ऊपर है। अगर वे इसे पढ़ेंगे तो उन्हें कई तथ्यों के बारे में जानकारी मिल जाएगी। बता दें कि डेंजरस माइंड किताब को हुसैन जैदी ने लिखा है। हुसैन जैदी मुंबई के रहने वाले और लंबे समय तक उन्होंने अंडरवर्ल्ड समेत आतंकवाद पर बहुत काम किया है।
जानकारी के अनुसार, कई बार पुलिस को चकमा देकर बच निकलने में कामयाब रहे डॉ जलीस अंसारी ने पूछताछ में अपने नेटवर्क से जुड़े कई साथियों के राज उगले। इसके अलावा उसकी पॉकेट डॉयरी से कई अहम जानकारियाँ सामने आई। पता चला है किवह सेंट्रल जेल में रहकर सस्ते सामान के प्रयोग से बम बनाने का फार्मूला तैयार कर रहा था।