Monday, December 23, 2024
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बुर्का पहन कर ‘फेविकॉल से’ वाले गाने पर डांस: जिन छात्रों को हिन्दू बता कर गाया जा रहा था इस्लामोफोबिया का राग, वो निकले मुस्लिम, कॉलेज ने किया सस्पेंड

इंचार्ज प्रिंसिपल के मुताबिक, चारों छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है और इस बात की भी जाँच करवाई जा रही है कि आरोपित छात्रों ने ऐसा क्यों किया।

मंगलुरु के एक कॉलेज में छात्रों द्वारा बुर्का पहन कर डांस करने का वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में एक स्टेज पर 4 छात्र दिखाई दे रहे हैं और नीचे कई दर्शक बैठे हुए हैं। वीडियो सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज का है। कॉलेज मैनेजमेंट के मुताबिक, बुर्के में डाँस करने वाले सभी छात्र मुस्लिम समुदाय से हैं, जिन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। कॉलेज प्रशासन ने इसे सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली हरकत करार दिया है। निलंबन का आदेश गुरुवार (8 दिसंबर, 2022) को जारी हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला वामनजूर इलाके का है। वीडियो कॉलेज में हुए स्टूडेंट एसोसिएशन के अनौपचारिक इवेंट का है। इसमें फ़िल्मी गानों पर प्रतिभागी छात्रों को अपनी-अपनी प्रस्तुति देनी थी। कुछ ही देर बाद बुर्का पहन कर 4 छात्र स्टेज पर चढ़ गए। वो सलमान खान-सोनाक्षी सिन्हा की ‘दबंग 2’ फिल्म के गाने ‘फेविकोल से’ पर नाचने लगे। इस दौरान किसी ने इस डांस का वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।

वायरल वीडियो का संज्ञान खुद कॉलेज प्रशासन ने लिया और जाँच शुरू की। जाँच में वहाँ मौजूद तमाम लोगों के बयानों के साथ खुद बुर्के में डांस करने वाले छात्रों से भी बात की गई। बाद में एक प्रेस नोट जारी करते हुए ‘सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज’ के प्रशासन ने बताया कि बुर्के में किया गया डांस तय किए गए कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था और उसे किसी भी रूप में समर्थन नहीं दिया जा सकता है। प्रेसनोट कॉलेज के इंचार्ज प्रिंसिपल सुधीर की तरफ से जारी हुई है।

इंचार्ज प्रिंसिपल के मुताबिक, चारों छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है और इस बात की भी जाँच करवाई जा रही है कि आरोपित छात्रों ने ऐसा क्यों किया। सुधीर ने स्पष्ट किया कि जो कार्य सामाजिक सामाजिक सौहार्द बिगाड़े, उसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

फैलाई गई थी हिन्दू छात्र होने की अफवाह

इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने बुर्क़े में डांस करने वाले छात्रों के हिन्दू होने की अफवाह उड़ाई थी। इस दौरान इस्लामोबोफिया जैसे शब्द भी प्रयोग में लाए गए थे।

हालाँकि, कॉलेज प्रशासन की आंतरिक जाँच में आरोपित छात्रों के मुस्लिम समुदाय से होना पाया गया। अभी तक कई हैंडलों ने अपने ट्वीट को डिलीट नहीं किया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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