स्ट्रिप शो के नाम पर कलकत्ता में बैठकर लोगों को लूटने वाले गिरोह का साइबर क्राइम सेल ने पता लगा लिया है। इस गिरोह को चलाने के पीछे एक दंपत्ति का हाथ है। सुपर्णा दास और संजीव दास नाम का ये जोड़ा मेरठ में कंकरखेड़ा क्षेत्र के एक रिसॉर्ट में स्ट्रिप शो का लालच देकर लोगों को ठग रहा था। जिसका पता चलते ही साइबर क्राइम सेल ने इनके 2 अकॉउंटों को बंद कर दिया। ये अकॉउंट सुपर्णा दास और मोहिउद्दुल अहमद के नाम पर थे।
साइबर सेल के मुताबिक उन्हें अपनी जाँच में मालूम चला कि जिन 2 खातों में पैसे डलवाए जा रहे हैं वो बैंक खाते कलकत्ता के हैं। जिसमें एक खाते में 70 हजार और दूसरे खाते में 40 हजार रुपए मौजूद है। जानकारी मिलते ही इसपर कार्रवाई हुई और दोनों अकॉउंट को पुलिस ने बंद करवा दिया।
एसपी ट्रैफिक ने बताया कि एमएम घोष रोड, नार्थ 24 परगना पश्चिम बंगाल की सुपर्णादास ने अपने पति संजीव दास के साथ मिलकर स्ट्रिप शो की फर्जी बुकिंग कराई। पुलिस ने महिला से संपर्क किया तो महिला ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए। जिसके बाद उनपर मुकदमे के निर्देश दिए गए हैं।
एसपी के मुताबिक पश्चिम यूपी के अलावा मध्यप्रदेश और बंगाल में भी इस दंपत्ति ने ठगी का जाल बिछा रखा है, जिसके चलते भारी संख्या में ऑनलाइन टिकट बुक करवाए गए। इस दंपत्ति ने पैसे हड़पने के लिए ऑनलाइन 2000, 1500 और 1000 का टिकट रखा था। जो लोग इस शो के लिए बुकिंग करते थे उनके द्वारा दी गई राशि सीधा सुपर्णा और मोहउद्दुल के बैंक अकॉउंट में जाती थी।
मीडिया खबरों की मानें तो सुपर्णा का पति संजीव दास इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड है। पुलिस का कहना है कि मेरठ में स्ट्रिप शो आयोजन का सपना दिखाकर केवल लोगों को ठगा जा रहा था। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह पश्चिम बंगाल के नक्सली इलाके में छिपा हुआ है, जहाँ से बैठकर वह इस ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने में लगा हैं।
क्या है मामला?
पिछले महीने मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र के एक रिसॉर्ट में स्ट्रिप शो के नाम पर ऑनलाइन बुकिंग का लिंक फेसबुक पर आ रहा था, जिसमें बाकायदा ऑनलाइन फॉर्म भरकर फीस जमा करानी होती थी। इसमें 2 बैंक खाते दिए गए थे। लेकिन जिस दिन स्ट्रिप शो का आयोजन होना था उस तारीख पर वहाँ कुछ नहीं हुआ। बल्कि रिसॉर्ट मालिक ने इस दौरान एसएसपी को इस पूरे मामले की तहरीर दी और ऐसे किसी आयोजन के होने से मना किया। इस दौरान रिसॉर्ट में आयोजन के नाम पर ठगी की आशंका जताते हुए वहाँ के मालिक ने जाँच की माँग की थी।