Sunday, December 22, 2024
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शृंगेरी स्थित आदि शंकराचार्य की मूर्ति को इस्लामी झंडे में लपेटा: आरोपित रफ़ीक, साहिल गिरफ्तार, SDPI पर साज़िश का आरोप

इस हरकत से हिंदुओं में आक्रोश है अगर आरोपित जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं तो विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा। वहीं पुलिस ने फिलहाल संप्रदाय विशेष के दो युवकों पर मामला दर्ज कर लिया है। इन युवकों का नाम रफ़ीक और साहिल है।

कर्नाटक हाल ही में हुए दंगों से उबर ही रहा था कि राज्य का माहौल बिगाड़ने की एक और कोशिश सामने आई है। यह घटना चिकमंगलूर जिले के शृंगेरी में हुई है जहाँ शारदा पीठ स्थित है। आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित 4 अद्वैत और दिव्य पीठों में एक। यह स्थान हिंदू समुदाय के लोगों के लिए बेहद पवित्र मानी जाती है। बुधवार (12 अगस्त 2020) को शृंगेरी स्थित आदि शंकराचार्य की मूर्ति को किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक इस्लामिक झंडे से ढँक दिया। उस इस्लामी झंडे पर अरबी भाषा में काफी कुछ लिखा हुआ था।   

ख़बरों के मुताबिक़ श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी एक दिन बाद हुई। जानकारी मिलने के बाद मौके पर काफी भीड़ इकट्ठा हुई और श्रद्धालुओं ने शारदा पीठ की मूर्ति से इस्लामिक झंडा हटाया। इसके बाद लोगों ने इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया। इस प्रदर्शन में विधायक डीएन जीवाराज भी शामिल हुए। उनके साथ मौजूद तमाम लोगों ने माँग उठाई कि आरोपितों को गिरफ्तार कर उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। विधायक जीवाराज ने यह भी कहा कि यह हरकत SDPI के सदस्यों द्वारा की गई है। उनका उद्देश्य ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर शहर का माहौल बिगाड़ना है।   

इसके अलावा भाजपा विधायक ने कहा यह स्थान हिंदुओं के लिए आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस हरकत से हिंदुओं में आक्रोश है अगर आरोपित जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं तो विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा। वहीं पुलिस ने फिलहाल संप्रदाय विशेष के दो युवकों पर मामला दर्ज कर लिया है। इन युवकों का नाम रफ़ीक और साहिल है। क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने इन दोनों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है। रफ़ीक नगर पंचायत का सदस्य भी है।   

इस घटना पर कन्नड़, संस्कृति और पर्यटन मंत्री सीटी रवि जो कि इस शहर के मुखिया हैं उन्होंने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा, “मुझे शंकराचार्य की मूर्ति पर इस्लामी झंडा लगाए जाने की ख़बर का पता चला। यह घटना निराशाजनक है, मैंने एसएसपी को इसकी जाँच के आदेश दे दिए हैं।” इसके अलावा उडुपी चिकमंगलूर से भाजपा सांसद शोभा करन्दल्जे ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए गुस्सा जताया और साथ ही आरोपितों को गिरफ्तार करने की माँग उठाई है।   

यह घटना बेंगलुरु में हुए दंगों के ठीक एक दिन बाद हुई है। हैरानी की बात यह है कि बेंगलुरु की घटना में भी भीड़ की अगुवाई SDPI के सदस्यों ने की थी। कर्नाटक के कॉन्ग्रेस विधायक के भतीजे नवीन द्वारा सोशल मीडिया पर पैगम्बर मोहम्मद के कथित अपमानजनक पोस्ट को लेकर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुए दंगों में उग्र भीड़ द्वारा ‘पुलिसकर्मियों को मार डालो, उन्हें मत छोड़ो, उन्हें खत्म करो’ के नारे भी लगाए गए। नवीन को भी फिलहाल गिरफ्तार किया गया है।

विधायक के आवास और डीजे हाली के एक थाने में संप्रदाय विशेष के उपद्रवियों ने उत्पात मचाया, जिन्होंने कई पुलिस और निजी वाहनों को भी आग लगा दी और लूटपाट भी मचाई। मंगलवार (अगस्त 11, 2020) की शाम कॉन्ग्रेस विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्थी के आवास पर संप्रदाय विशेष के हज़ारों की भीड़ इकट्ठा हुई। कुछ ही देर में भीड़ ने पूरे घर को तबाह कर दिया। इसके बाद डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थाने पर भी जम कर तोड़ फोड़ की। पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में कुल 3 लोगों की जान गई थी और 6 लोग घायल हुए थे। दंगे की घटनाओं में 60 पुलिसकर्मी घायल हुए थे जिसमें से 15 नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती हैं।  

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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