देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को भी पत्थरबाजों ने निशाना बनाया है। असामाजिक तत्वों ने तेजस एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की। शनिवार (अक्टूबर 5, 2019) को ट्रेन जब कानपुर और इटावा के बीच थी, तब यह घटना हुई। पत्थरबाजी के कारण तेजस एक्सप्रेस की 3 खिड़कियों खिड़की के शीशे चटक गए। हालाँकि, सुपर क्वालिटी डबल लेयर और अनब्रेकेबल तकनीक के प्रयोग के कारण शीशे टूटे नहीं, जिससे यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुँचा। मंगलवार को ट्रेन के चटके हुए शीशों को बदल दिया जाएगा।
रविवार को तेजस एक्सप्रेस का नियमित रन शुरू हो गया। इस दौरान लखनऊ से नई दिल्ली तक एक अधिकारी भी साथ भेजा गया। इसी रेलखंड पर वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर भी पत्थरबाजी की गई थी।
फ़रवरी 2019 में जब ‘वन्दे भारत’ के नाम से लोकप्रिय ‘ट्रेन 18’ का ट्रायल किया जा रहा था, तब इस पर भी पत्थर फेंके गए थे। उस घटना में ट्रेन का साइड विंडो क्षतिग्रस्त हो गया था। मार्च में यूपी के बदायूँ में इस ट्रेन पर फिर पत्थरबाजी हुई, जिसमें बाद 10 साइड विंडो टूट गए थे। इस घटना को लेकर कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया था। इस ट्रेन पर एक ही दिन में 2 बार पत्थरबाजी की घटना हुई थी।
वंदे मातरम के बाद अब देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस पर भी पथराव
— NBT Uttar Pradesh (@UPNBT) October 7, 2019
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तेजस एक्सप्रेस में अगले कुछ दिनों के लिए सभी सीटों की बुकिंग लगभग फुल चल रही है। पहले दिन 740 लोगों ने इस ट्रेन में सफर किया। बुधवार (अक्टूबर 9, 2019) को भी ट्रेन की बुकिंग फुल है।