प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर अजमेर दरगाह ने ‘शाकाहारी लंगर‘ का ऐलान किया है। इसी दरगाह के अंजुमन कमेटी का सदस्य सरवर चिश्ती है जो वक्फ बिल पर मुस्लिमों को भड़का रहा है। उसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। इसमें वह वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के विरोध में सड़कों पर उतरने के लिए मुस्लिम समुदाय को उकसा रहा है। यह वीडियो बुधवार (11 सितंबर 2024) को सामने आया था।
वीडियो में चिश्ती कहता है, “यह शर्म की बात है कि हमारी इज्जत खतरे में है। हमारे घरों पर बुलडोज़र चलाए जा रहे हैं, भीड़ हमें मार रही है, मस्जिदों, दरगाहों और मजारों को तोड़ा जा रहा है।” चिश्ती ने सरकार द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लाने पर भी नाराजगी जाहिर की और कहा कि मुसलमानों को इस बिल के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।
सरवर चिश्ती ने कहा, “हम मुसलमानों से कह रहे हैं कि क्यूआर कोड को स्कैन करें और इस विधेयक को खारिज करने की मुहिम में शामिल हों। 10 सितंबर तक सिर्फ 40 लाख मुसलमानों ने क्यूआर कोड स्कैन किया है।”
वक़्फ़ बिल पर अजमेर दरगाह ख़ादिम सैय्यद सरवर चिस्ती का बयान !!
— Wajidkhan (@realwajidkhan) September 11, 2024
मुसलमानो से कहा क्यों सौ रहे हो रोड़ पर तो आन ही पड़ेगा !! pic.twitter.com/TpK03oEuA7
चिश्ती ने मुस्लिम समुदाय से अपील की, “तुम सो क्यों रहे हो, मियाँ? तुम्हें जल्दी सड़कों पर उतरना पड़ेगा। तुमने पहले ही बहुत देर कर दी है, बेवजह अन्याय सहन कर रहे हो।” अजमेर दरगाह के खादीम ने लोगों को भड़काते हुए यह भी कहा कि जो व्यक्ति अन्याय सहन करता है, वह एक क्रूर व्यक्ति से भी बदतर होता है।
चिश्ती ने आगे कहा, “आप एक लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं, कम से कम अपने अधिकारों का उपयोग करो। आप ऐसा क्यों नहीं कर रहे?” उन्होंने मुसलमानों से कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने की अपील की। उन्होंने जोर देकर कहा, “मैंने पहले भी यह बात कही है और फिर से दिल से कहना चाहता हूँ – किसी को अपना नेता मानो। मैं असदुद्दीन ओवैसी को देखता हूँ, जो बहादुरी से मुसलमानों के मुद्दों पर अपनी आवाज उठाते हैं।”
वीडियो में चिश्ती मौलाना तौकीर रजा और सज्जाद नोमानी जैसे कट्टर इस्लामिक उपदेशकों का समर्थन करता नजर आया, जिन पर भगवा लव ट्रैप साजिश का प्रचार करने का आरोप है।
बता दें कि ये वीडियो उसी दिन का है, जिस दिन अजमेर दरगाह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर शाकाहारी लंगर लगाने की घोषणा की गई थी। अजमेर शरीफ के सैयद अफशां चिश्ती ने बुधवार को कहा था कि शाही देग में सालों से शाकाहारी भोजन तैयार होता आया है और आने वाली 17 सितंबर को इसमें 4,000 किलो शाकाहारी भोजन तैयार होगा, जिसमें शुद्ध चावल और इसके साथ ही घी, मेवे आदि डाले जाएँगे। बाद में इसे गरीबों को बाँटा जाएगा।
पहले भी विवादों में रहता है सरवर चिश्ची, लड़कियों को बताया था चीज
बता दें कि अजमेर 92 नाम की फिल्म, जिसमें सरवर चिश्ती और अजमेर दरगाह के खादिम के परिवार के लोगों की कारगुजारी बताई गई थी। अजमेर 92 फिल्म अजमेर ही नहीं, दुनिया के सबसे बड़े ब्लैकमेलिंग-रेप कांड पर आधारित थी, जिसमें इसका परिवार भी शामिल था। उस फिल्म के ट्रेलर के सामने आने के बाद सरवर चिश्ती ने लड़कियों को ‘चीज’ बताया था और कहा था कि बड़े-बड़े फिसल जाते हैं।
सरवर चिश्ती ने कहा था, ‘लड़की चीज ही ऐसी होती है… बड़े से बड़ा फिसल जाता है।’ इस मामले को हिंदुओं से जोड़ते हुए कहा था, “आदमी पैसों से करप्ट नहीं हो सकता, मूल्यों से करप्ट नहीं हो सकता। लड़की चीज ही ऐसी है कि बड़े से बड़ा फिसल जाता है। वो थी ना… नाम क्या था… जो पेड़ के नीचे बैठे थे, विश्वामित्र जैसे भटक सकते हैं।” चिश्ती ने आगे कहा था, “अच्छा… जितने भी बाबा लोग जेल में हैं, ये सिर्फ वो हैं जो लड़की के मामले में फँसे हैं। यह ऐसा सब्जेक्ट है कि बड़े से बड़ा फिसल जाता है।”
‘अजमेर 92’ 90 के दशक में 100 से अधिक लड़कियों को ब्लैकमेल कर रेप करने की घटना पर बनी है। देश के इस सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल के मास्टरमाइंड दरगाह के खादिम परिवारों से जुड़े थे। युवक कॉन्ग्रेस के महत्वपूर्ण पदों पर थे।
विवादित बयानों के लिए कुख्यात है सरवर चिश्ती
सरवर चिश्ती वही शख्स है, जिसने नूपुर शर्मा मामले में लोगों को भड़काने का काम किया था। उसने कहा था, “इस वक्त मुल्क में जो हालात हैं। नामूस ए रसूल सललल्लाहु अलेही वसल्लम की शान में गुस्ताखी हो रही है। ये हम कभी कबूल नहीं करेंगे। ऐसा आंदोलन करेंगे कि पूरा भारत हिल जाएगा।”
चिश्ती पर प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से कनेक्शन होने का भी आरोप है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसे इस संगठन के सदस्यों के साथ कई बार देखा जा चुका है। वह मंचों से कई बार पीएफआई की तारीफ कर चुका है। 2020 में, उसने यह कहते हुए पीएफआई का बचाव किया था कि संगठन ‘भारत के संविधान को बचा रहा है’।
कर्नाटक में PFI के मंच से भाषण देते हुए सरवर चिश्ती ने नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बात कही थी। तब नरेंद्र मोदी को PM उम्मीदवार बनाने की अटकलें लग रही थीं। उस समय सरवर चिश्ती ने कहा था, “अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गया तो कोई ताज्जुब नहीं होगा कि सभी मुसलमान आतंकवादी बन जाएँ।” चिश्ती के इस बयान के बाद कर्नाटक में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। हालाँकि, उस मामले का क्या हुआ, किसी को ज्ञात नहीं है।
सरवर का बेटा आदिल चिश्ती ने हिंदू-देवताओं का मजाक बनाते हुए 23 जून 2022 को कहा था, “333 करोड़ खुदाओं का अस्तित्व कैसे माना जाएगा? यह कैसे तार्किक है? एक खुदा का तो समझ में आता है, लेकिन 333 करोड़ खुदा, थोक में देवता (Wholesale of Gods), उसको कैसे माना जाएगा? मैं सोचता हूँ कि अगर व्यक्ति को हजार साल की जिंदगी मिले तो भी वह सभी 333 करोड़ खुदाओं को राजी नहीं कर सकता है।”