विजय की बारात में पुलिस की मौजूदगी का कारण ये नहीं था कि गाँव में किसी ऊँची जाति वाले ने उन्हें घोड़ी पर बैठने से रोका, बल्कि ये मामला तो ऊँची-नीची जाति का था ही नहीं।
किसान हरिराम की हत्या के मामले में अदालत ने 8 मुस्लिम दंगाइयों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। उनकी हत्या साल 2000 के मालपुरा में दंगों के दौरान की गई थी।