उत्तर प्रदेश के नोएडा में ‘आम्रपाली हाउसिंग प्रोजेक्ट’ के सभी ग्राहकों को उनका बकाया रकम चुकाने के लिए कहा गया है। इनमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान MS धोनी का नाम भी शामिल है। कुल 1800 ऐसे लोगों के नाम हैं, जिन्हें बकाया रकम चुकाने का आदेश दिया गया है। इन लोगों में महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त अधिकारी ने 15 दिनों के भीतर बकाया रकम चुकाने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।
इन सभी ने ‘आम्रपाली’ नामक कंपनी से घर खरीदे थे। इस मामले में ग्राहकों का डेटा सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जुटाया जा रहा है। कहा गया है कि अगर बकाया रकम नहीं चुकाया जाता है तो घर खरीदने वालों के नाम पर फ्लैट्स की बुकिंग ऑटोमैटिक रूप से रद्द कर दी जाएगी। गुरुवार (9 सितंबर, 2021) को इस सम्बन्ध में सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया और उसके बाद से 15 दिनों का समय दिया गया है।
‘आम्रपाली’ अब अस्तित्व में नहीं है। अप्रैल 2016 में MS धोनी ने भी इसके ब्रांड एम्बेसडर के पद से इस्तीफा दे दिया था। ‘आम्रपाली स्टॉल्ड प्रोजेक्ट्स इंवेस्टमेंट्स रिकंस्ट्रक्शन इस्टैब्लिशमेंट (ASPIRE)’ का गठन नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रुके हुए प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए हुआ है। उसने एक बड़े अख़बार में विज्ञापन देकर बकायदारों को चेताया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमिटी की निगरानी में 8000 करोड़ रुपयों की लागत से 20 अटके हुए प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने मामला हाथ में लेने के बाद आम्रपाली से घर खरीदने वालों ग्राहकों को उनके सारे विवरण जमा करने को कहा था। MS धोनी ने नोएडा के सेक्टर 45 में सफायर फेज-1 में C-P5 और C-P6 नाम के दो फ्लैट्स बुक किए थे। MS धोनी से जुड़ी कंपनी ‘रीती स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी’ के अरुण पांडेय के नाम पर भी C-P4 नाम का फ्लैट बुक है। अब ग्रेटर नोएडा प्रोजेक्ट के खरीददारों को भी नोटिस दिया जाएगा।
#MSDhoni’s name appears in a list of buyers who have not claimed their flats in the controversial housing projects by the Amrapali Grouphttps://t.co/7PDCOHzpBd
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) September 10, 2021
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली प्रोजेक्ट्स के 9500 फ्लैट्स की बुकिंग रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की थी। ये वो फ्लैट्स हैं, जिनका कोई दावेदार नहीं था या फिर जिन्हें कल्पित लोगों के नाम पर बुक किया गया था। इनमें से कई बेनामी भी थे। 9538 खरीददार अगर नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो इन फ्लैट्स की नीलामी होगी। इस फण्ड से पेंडिंग प्रोजेक्ट्स पूरे किए जाएँगे। कुल 5229 फ्लैट्स नहीं बिके। कइयों को 1, 11 और 12 रुपए प्रति स्क्वायर फ़ीट में बेच दिया गया था।