साल 2020 में दिल्ली के एंटी-हिंदू दंगों के आरोपित उमर खालिद की जमानत याचिका पर गुरुवार (21 मार्च 2024) को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई की गई। ये जमानत याचिका एफआईआर नंबर 59/2020 के लिए डाली गई, जिसमें उमर खालिद ने यूएपीए केस में जमानत माँगी। इस केस की सुनवाई समीर बाजपेयी की कोर्ट में चल रही है, जिसपर अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी। इस जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान एक्टर सुशांत सिंह का नाम बार-बार आया, खासकर उमर खालिद से उसकी बातचीत को लेकर।
बचाव पक्ष के वकील त्रिदीप पेस ने सुशांत सिंह और उमर खालिद के बीच वॉट्सऐप बातचीत का जिक्र किया, जो दोनों के बीद फरवरी 2020 में हुई थी। ये बातचीत दिल्ली दंगों से कुछ समय पहले हुई थी। दोनों के बीच बातचीत को लिखित रूप में प्रस्तुत किया गया। हालाँकि इस चैट में क्या कुछ था, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आ पाई है। इस दौरान सीनियर एडवोकेट त्रिदीप पेस ने कोर्ट में बताया कि उमर खालिद ने दिल्ली पुलिस को कथित रूप से ‘बेनकाब’ करने के लिए वामपंथी मीडिया पोर्टल द क्विंट द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट अभिनेता और कथित कार्यकर्ता सुशांत सिंह को भेजी थी।
ऑपइंडिया ने पाया है कि उमर खालिद के वकील त्रिदीप पेस के कोर्ट में जो बात (सुशांत-उमर खालिद लिंक) कही है, उसमें वास्तव में दम है। क्योंकि सुशांत सिंह ने 11 जून 2020 को उमर खालिद से मिले निर्देश पर ‘द क्विंट’ का लिंक भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया था। जिसमें दिल्ली पुलिस पर उमर खालिद को फंसाने के आरोप लगाए गए हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली पुलिस ने 8 जनवरी 2020 को उमर खालिद, ताहिर हुसैन और अन्य पर साजिश रचने का आरोप लगाया। हालाँकि, डोनाल्ड ट्रम्प की संभावित भारत यात्रा का पहला उल्लेख इस बैठक के पाँच दिन बाद 13 जनवरी 2020 को किया गया था।
सुशांत के साथ बातचीत में खालिद ने उससे द क्विंट की रिपोर्ट का लिंक पोस्ट करने के लिए कहा था, जिसे मानते हुए सुशांत सिंह ने वो लिंक एक्स पर शेयर भी किया था।
अभिनेता और ‘कार्यकर्ता’ सुशांत सिंह और आतंकी आरोपी उमर खालिद के बीच की नजदीकी और तालमेल कई मौकों पर दिखी है। सुशांत सिंह ने उमर खालिज के सपोर्ट में पिछले सालों में बहुत सारे पोस्ट लिखे हैं, जिसमें से कुछ ट्वीट पर यहाँ शेयर कर रहे हैं, जिसमें सुशांत सिंह का उमर खालिज को लेकर सपोर्ट साफ तौर पर दिखता है।
Personal Liberty must be protected, and not just that of propagandists and hate-mongers. Umar Khalid has been fighting to protect the rights of all citizens, in a constitutional way. #UmarKhalidKoRihaKaro pic.twitter.com/05nO1Gb6ii
— सुशांत सिंह sushant singh سشانت سنگھ (@sushant_says) November 13, 2020
Today’s Big Debate-
— सुशांत सिंह sushant singh سشانت سنگھ (@sushant_says) June 11, 2020
Are Umar Khalid & Co. dangerous Time Travelling Terrorists? They knew about Trump’s visit even before it was announced? 😮😮@UmarKhalidJNU jawaab do !!
Delhi Riots: Is Trump Visit a Hole in Police’s Conspiracy Theory? https://t.co/92Nbul1qrl
Free Umar Khalid and all political prisoners. #FreeAllPoliticalPrisoners pic.twitter.com/MeBRtI1D3Q
— सुशांत सिंह sushant singh سشانت سنگھ (@sushant_says) February 13, 2021
उमर ख़ालिद १०० दिन से जेल में है।
— सुशांत सिंह sushant singh سشانت سنگھ (@sushant_says) December 23, 2020
जुर्म- सम्विधान की रक्षा का आह्वान।
Umar Khalid has been in jail for 100 days now.
Crime- A call to save the Constitution #UmarKhalidKoRihaKaro #FreeAllPoliticalPrisoners pic.twitter.com/LP0jLyBMDX
Umar Khalid's arrest shuts a democratic option for a generation of Indian Muslims https://t.co/KOJ3KWZf3R
— सुशांत सिंह sushant singh سشانت سنگھ (@sushant_says) September 16, 2020
ऑपइंडिया की जाँच में इस मामले में दाखिल की गई चार्जशीट के मिलान से ये स्पष्ट है कि दिल्ली दंगों के लिए साजिश रचने के लिए बैठक भले ही 8 जनवरी को हुई थी, लेकिन ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर प्लानिंग बाद की बैठकों में हुई। इन बैठकों में ये फैसला लिया गया, जिसमें ट्रंप की यात्रा के समय दंगों के समय को निर्धारित किया गया, ताकि सरकार पर अधिक से अधिक दबाव बनाया जा सके।
उमर खालिद ने भी अपने कबूलनामे में कहा है कि 16-17 जनवरी की बैठक के दौरान ही ये फैसला लिया गया कि दंगों के जरिए ही सरकार पर दबाव बनाया जा सकता है, यही सीएए को रद्द कराने का एकमात्र तरीका है। उमर खालिद ने अपने कबूलनामे में कहा, “दंगों के लिए मैंने लोगों से पत्थर, पेट्रोल, एसिड और हथियार जमा करने के लिए कहा और फिर दिल्ली के भीतर 23-24 प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। मैं महाराष्ट्र के अमरावती भी गया, जहाँ मैंने कहा कि 24 फरवरी को डोनाल्ड ट्रंप की आधिकारिक यात्रा के दौरान हम सड़कों पर उतरेंगे और अपनी ताकत दिखाकर सरकार पर दबाव बनाएँगे।”
इंडिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि ताहिर हुसैन से 24 फरवरी 2020 को जब उमर खालिद की बात हुई, तो सैफी से बातचीत का उसने जिक्र किया और बताया कि योजना के मुताबिक ही दिल्ली में दंगा शुरू हो चुका है और हिंदुओं के घरों में आग लगा दी गई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में इस बात को शामिल किया है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार भी किया है।
उमर खालिज की जमानत याचिका पर कड़कड़डूमा कोर्ट अब 3 अप्रैल को सुनवाई करेगी। बता दें कि इससे पहले 14 फरवरी 2024 को उमर खालिद ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी जमानत याचिका वापस ले ली थी। उसकी तरफ से पेश हुए कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा था कि परिस्थितियों में बदलाव की वजह से वो ये जमानत याचिका वापस ले रहे हैं, वो ट्रायल कोर्ट में जमानत के लिए जाएँगे।