Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजदिल्ली एंटी-हिंदू दंगा केस: उमर खालिद ने UAPA केस में डाली जमानत याचिका, कोर्ट...

दिल्ली एंटी-हिंदू दंगा केस: उमर खालिद ने UAPA केस में डाली जमानत याचिका, कोर्ट की सुनवाई में आया एक्टर सुशांत सिंह का नाम

दिल्ली के हिंदू विरोधी दंगों के मुख्य आरोपितों में से एक उमर खालिद ने यूएपीए मामले में जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी। इसकी सुनवाई के दौरान एक्टर सुशांत सिंह का भी नाम आया है। दोनों के बीच वॉट्सऐप पर चैट होती रहती थी।

साल 2020 में दिल्ली के एंटी-हिंदू दंगों के आरोपित उमर खालिद की जमानत याचिका पर गुरुवार (21 मार्च 2024) को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई की गई। ये जमानत याचिका एफआईआर नंबर 59/2020 के लिए डाली गई, जिसमें उमर खालिद ने यूएपीए केस में जमानत माँगी। इस केस की सुनवाई समीर बाजपेयी की कोर्ट में चल रही है, जिसपर अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी। इस जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान एक्टर सुशांत सिंह का नाम बार-बार आया, खासकर उमर खालिद से उसकी बातचीत को लेकर।

बचाव पक्ष के वकील त्रिदीप पेस ने सुशांत सिंह और उमर खालिद के बीच वॉट्सऐप बातचीत का जिक्र किया, जो दोनों के बीद फरवरी 2020 में हुई थी। ये बातचीत दिल्ली दंगों से कुछ समय पहले हुई थी। दोनों के बीच बातचीत को लिखित रूप में प्रस्तुत किया गया। हालाँकि इस चैट में क्या कुछ था, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आ पाई है। इस दौरान सीनियर एडवोकेट त्रिदीप पेस ने कोर्ट में बताया कि उमर खालिद ने दिल्ली पुलिस को कथित रूप से ‘बेनकाब’ करने के लिए वामपंथी मीडिया पोर्टल द क्विंट द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट अभिनेता और कथित कार्यकर्ता सुशांत सिंह को भेजी थी।

ऑपइंडिया ने पाया है कि उमर खालिद के वकील त्रिदीप पेस के कोर्ट में जो बात (सुशांत-उमर खालिद लिंक) कही है, उसमें वास्तव में दम है। क्योंकि सुशांत सिंह ने 11 जून 2020 को उमर खालिद से मिले निर्देश पर ‘द क्विंट’ का लिंक भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया था। जिसमें दिल्ली पुलिस पर उमर खालिद को फंसाने के आरोप लगाए गए हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली पुलिस ने 8 जनवरी 2020 को उमर खालिद, ताहिर हुसैन और अन्य पर साजिश रचने का आरोप लगाया। हालाँकि, डोनाल्ड ट्रम्प की संभावित भारत यात्रा का पहला उल्लेख इस बैठक के पाँच दिन बाद 13 जनवरी 2020 को किया गया था।

सुशांत के साथ बातचीत में खालिद ने उससे द क्विंट की रिपोर्ट का लिंक पोस्ट करने के लिए कहा था, जिसे मानते हुए सुशांत सिंह ने वो लिंक एक्स पर शेयर भी किया था।

सुशांत सिंह के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

अभिनेता और ‘कार्यकर्ता’ सुशांत सिंह और आतंकी आरोपी उमर खालिद के बीच की नजदीकी और तालमेल कई मौकों पर दिखी है। सुशांत सिंह ने उमर खालिज के सपोर्ट में पिछले सालों में बहुत सारे पोस्ट लिखे हैं, जिसमें से कुछ ट्वीट पर यहाँ शेयर कर रहे हैं, जिसमें सुशांत सिंह का उमर खालिज को लेकर सपोर्ट साफ तौर पर दिखता है।

ऑपइंडिया की जाँच में इस मामले में दाखिल की गई चार्जशीट के मिलान से ये स्पष्ट है कि दिल्ली दंगों के लिए साजिश रचने के लिए बैठक भले ही 8 जनवरी को हुई थी, लेकिन ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर प्लानिंग बाद की बैठकों में हुई। इन बैठकों में ये फैसला लिया गया, जिसमें ट्रंप की यात्रा के समय दंगों के समय को निर्धारित किया गया, ताकि सरकार पर अधिक से अधिक दबाव बनाया जा सके।

उमर खालिद ने भी अपने कबूलनामे में कहा है कि 16-17 जनवरी की बैठक के दौरान ही ये फैसला लिया गया कि दंगों के जरिए ही सरकार पर दबाव बनाया जा सकता है, यही सीएए को रद्द कराने का एकमात्र तरीका है। उमर खालिद ने अपने कबूलनामे में कहा, “दंगों के लिए मैंने लोगों से पत्थर, पेट्रोल, एसिड और हथियार जमा करने के लिए कहा और फिर दिल्ली के भीतर 23-24 प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। मैं महाराष्ट्र के अमरावती भी गया, जहाँ मैंने कहा कि 24 फरवरी को डोनाल्ड ट्रंप की आधिकारिक यात्रा के दौरान हम सड़कों पर उतरेंगे और अपनी ताकत दिखाकर सरकार पर दबाव बनाएँगे।”

इंडिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि ताहिर हुसैन से 24 फरवरी 2020 को जब उमर खालिद की बात हुई, तो सैफी से बातचीत का उसने जिक्र किया और बताया कि योजना के मुताबिक ही दिल्ली में दंगा शुरू हो चुका है और हिंदुओं के घरों में आग लगा दी गई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में इस बात को शामिल किया है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार भी किया है।

उमर खालिज की जमानत याचिका पर कड़कड़डूमा कोर्ट अब 3 अप्रैल को सुनवाई करेगी। बता दें कि इससे पहले 14 फरवरी 2024 को उमर खालिद ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी जमानत याचिका वापस ले ली थी। उसकी तरफ से पेश हुए कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा था कि परिस्थितियों में बदलाव की वजह से वो ये जमानत याचिका वापस ले रहे हैं, वो ट्रायल कोर्ट में जमानत के लिए जाएँगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नाम अब्दुल मोहसेन, लेकिन इस्लाम से ऐसी ‘घृणा’ कि जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में भाड़े की BMW से लोगों को रौंद डाला: 200+ घायलों...

भारत सरकार ने यह भी बताया कि जर्मनी में भारतीय मिशन घायलों और उनके परिवारों से लगातार संपर्क में है और हर संभव मदद मुहैया करा रहा है।

भारत में न्यूक्लियर टेस्ट हो या UN में दिया हिंदी वाला भाषण… जानें अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन कैसे दूसरे नेताओं के लिए भी...

अटल बिहारी वाजपेयी न केवल एक सशक्त राजनेता थे, बल्कि वे एक संवेदनशील कवि, एक दूरदर्शी विचारक और एक फक्कड़ व्यक्तित्व के धनी थे।
- विज्ञापन -