मुंबई के एंटीलिया केस में हर रोज नए-नए खुलासों ने जाँच एजेंसी एनआईए की नींद उड़ा रखी है। एनआईए की ताजा जाँच में अब सचिन वाजे से जुड़े वसूली का खुलासा हुआ है। एनआईए को मनसुख हिरेन हत्या के आरोपित विनायक शिंदे के घर से एक डायरी मिली है। इस डायरी से जो जानकारी मिली है, वह बेहद चौंकाने वाली हैं।
सचिन वाजे के नाम पर होती थी वसूली
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, डायरी से खुलासा हुआ है कि विनायक शिंदे ठाणे शहर के बार और पब से प्रोटेक्शन मनी के नाम पर वसूली करता था और यह वसूली सचिन वाजे के नाम पर होती थी। इस डायरी में उन बार और पब का नाम है और उनके नाम के सामने हर महीने की वसूली गई तय राशि है, जो प्रोटेक्शन मनी के तौर पर वसूली जाती थी। उसने तकरीबन 30 बार और क्लब से प्रोटेक्शन मनी के तौर पर वसूली की थी।
मनसुख हिरेन हत्याकांड की साजिश का हिस्सा कैसे बना विनायक?
इन पब और बार में से अधिकतर पब और बार ठाणे शहर और नवी मुंबई के हैं। सचिन वाजे इस वसूली गई रकम में से कुछ हिस्सा विनायक शिंदे को कमीशन के तौर पर देता था। एनआईए सूत्रों के मुताबिक इसी कमीशन की लालच में विनायक शिंदे, सचिन वाज़े की तरफ से रची गई मनसुख हिरेन हत्याकांड की साजिश का हिस्सा बना था। बता दें कि विनायक शिंदे साल 2020 में पेरोल पर बाहर आने के बाद से सचिन वाजे के आदेश पर काम करता था।
इसके अलावा जाँच एजेंसी ने बुधवार (मार्च 31, 2021) को दावा किया कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के निकट एक वाहन में मिली जिलेटिन की छड़ों की खरीद मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे ने की थी। सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जाँच कर रही एनआईए ने यह भी पाया कि वाजे ने अपने ड्राइवर के साथ मिलकर अंबानी के आवास के निकट एसयूवी खड़ी की थी।
सूत्र ने बताया कि एसयूवी में रखी गई जिलेटिन की छड़ों की खरीद वाजे ने की थी। एनआईए के पास ऐसा सीसीटीवी फुटेज है, जिसमें घटनास्थल पर वाजे की मौजूदगी दिखी है। उन्होंने बताया कि जाँच के संबंध में एनआईए की टीम मुंबई पुलिस के आयुक्त कार्यालय और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज जुटा रही है। इससे वाजे की गतिविधियों और अन्य पहलुओं का पता चलेगा।
जाँच एजेंसी ने पाया कि पुलिस प्रमुख कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) के साथ छेड़छाड़ की कुछ कोशिशें हुई लेकिन ज्यादातर फुटेज उपलब्ध हैं। फिलहाल जाँच एजेंसी इस बात की जाँच कर रही है कि आरोपित वाजे ने मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय और आसपास के इलाके के किसी डीवीआर को नष्ट तो नहीं किया है।
वाजे ने कथित तौर पर पड़ोसी ठाणे के साकेत सोसाइटी के सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर को नष्ट करने की कोशिश की। वह यहीं रह रहा था। इसके अलावा उसने नंबर प्लेट को जलाशय में फेंक कर नष्ट करने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि एनआईए ने रविवार को एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, दो हार्ड डिस्क, दो वाहन नंबर प्लेट, दो डीवीआर और दो सीपीयू को गोताखोरों की मदद से मीठी नदी से बरामद किया। वाजे को एनआईए ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था।
एनआईए 25 फरवरी को अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री के साथ एसयूवी खड़ी करने और कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत के मामले की जाँच कर रही है। हिरेन का शव पाँच मार्च को ठाणे के मुंब्रा कस्बे में एक क्रीक में मिला था।