विशेष जाँच दल (एसआईटी) ने ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के पार्षद सैयद मुजाहिद को रविवार (जून 30, 2019) को आई मॉनेटरी एडवाइजरी (I Monetary Advisory) के 1,500 करोड़ रुपए के घोटाले के संबंध में पुलकेशिनगर में एमएम रोड स्थित उनके निवास से गिरफ्तार किया।
पुलिस का कहना है कि मुजाहिद आईएमए ग्रुप के नेता मोहम्मद मंसूर खान के साथ वित्तीय लेनदेन में शामिल था। आईएमए घोटाला को अंजाम देने के बाद मंसूर खान 8 जून को देश से फरार हो गया। एसआईटी की टीम ने काउंसिलर के आवास की तलाशी ली और उसे गिरफ्तार करने से पहले घंटे तक पूछताछ की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कि जाँच के दौरान एक एसयूवी, दो सेलफोन और कई दस्तावेज बरामद किए, जो कि IMA ग्रुप की कंपनियों से संबंधित थे।
मुजाहिद को 15 दिनों तक पुलिस की हिरासत में रखा जाएगा। पूछताछ में पता चला कि मुजाहिद को जब इस बात की भनक लगी कि वो एआईटी स्कैनर की नज़र में है तो वो दुबई भागने की फिराक में था। एक अधिकारी ने बताया कि IMA निवेश घोटाला के सामने आने के बाद मुजाहिद दो सप्ताह के लिए गायब हो गया था और फिर वो हाल ही में वो परिवार से मिलने के लिए आया था। पुलिस उसके बारे में जानकारी एकट्ठा कर रही थी और जैसे पुलिस को उसके घर पर होने की बात पता चली, उसे घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
गौरतलब है कि, साल 2006 में खाड़ी से लौटे मोहम्मद मंसूर खान ने इस्लामिक बैंकिंग और हलाल निवेश के नाम पर एक फर्म बनाई जिसका नाम रखा ‘आई मॉनेटरी एडवाइजरी’ (I Monetary Advisory)। इस्लामिक बैंकिंग के नाम पर मंसूर खान ने अपने समुदाय के लोगों से इस फर्म में निवेश करने को कहा। मंसूर खान ने लोगों को बड़े रिटर्न का वादा करके निवेश करने का लालच दिया और जब लोगों ने बड़ी संख्या में निवेश किया, तो उसने उस पैसे से ज्वेलरी, रियल एस्टेट, बुलियन ट्रेडिंग, फार्मेसी, प्रकाशन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में जमकर व्यवसाय किया और धन कमाया और फिर देश छोड़कर फरार हो गया। फर्म में तकरीबन 10 हजार निवेशकों ने 2,000 करोड़ रुपए का निवेश किया था। मंसूर खान ने लोगों से 14% से 18% तक के रिटर्न का वादा किया था।