बिहार के बेगूसराय स्थित परना पंचायत के मुखिया वीरेंद्र शर्मा के हत्यारे अंजुम, फरहान एवं इश्तियाक को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि महफूज फरार है। पुलिस ने 72 घंटों के भीतर हत्यारों को पकड़ लिए जाने का दावा तो किया है, लेकिन अब मुखियाओं के संघ ने राज्य की नीतीश कुमार सरकार से सुरक्षा की माँग की है। महफूज ताज़ा मामले का मुख्य अभियुक्त है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो बिहार से बाहर भाग गया है।
हालाँकि, उसके खिलाफ वॉरंट जारी कर दिया गया है और साथ ही कुर्की-जब्ती के आदेश भी दिए गए हैं। गुरुवार (2 फरवरी, 2023) को दोपहर में तब मुखिया वीरेंद्र शर्मा की हत्या कर दी गई थी, जब वह पंचायत के काम से ही जिला मुख्यालय बेगूसराय जा रहे थे। ये घटना चाँदपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई है। वीरेंद्र शर्मा ने चुनाव में तत्कालीन मुखिया मोहम्मद महफूज को हराया था, जिसके बाद उसने शूटरों को हायर कर के विजेता मुखिया को मरवा दिया।
मोहम्मद महफूज ने इस इस पूरी घटना की साजिश रची थी। पंचायत चुनाव में हार-जीत का फैसला महज 20 वोटों से ही हुआ था, जिसके बाद से मोहम्मद महफूज लगातार वर्तमान मुखिया को धमकी दे रहा था। ‘जन अधिकार पार्टी (JAP)’ के संस्थापक पप्पू यादव भी मृतक के परिजनों से मिलने पहुँचे। मुखिया वीरेंद्र शर्मा भाजपा के परना पंचायत के पिछड़ा प्रकोष्ठ के सक्रिय कार्यकर्ता थे। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी भी उनके घर पहुँचे।
दो दिन पहले घटित परना पंचायत के मुखिया हत्याकांड में संलिप्त 03 अपराधियों को पुलिस ने की गिरफ्तार। @bihar_police #begusaraipolice #biharpolice pic.twitter.com/RNiVkfkY00
— BegusaraiPolice (@BegusaraiPolice) February 4, 2023
दिन-दहाड़े हुए इस हत्याकांड के बाद विपक्ष का कहना है कि राजद के सत्ता में लौटते ही बिहार में फिर से जंगलराज आ गया है। 2 बाइक पर सवार 4 बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया था। मोहम्मद महफूज अंसारी इससे पहले ही बिहार से निकल गया था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। गिरफ्तार फरहान उसका बेटा है। हालाँकि, इस घटना में शामिल शूटरों में से अभी एक को भी नहीं पकड़ा जा सका है। गिरफ्तार आरोपितों ने हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूली है।