बेंगलुरु के गाणाश्रवण (Gaanasravan) नाम के एक स्वर्ण व्यापारी ने केरल के कोच्चि में प्रसिद्ध चोट्टानिकारा मंदिर को 700 करोड़ रुपए दान करने की पेशकश की है। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने सोमवार (नवंबर 16, 2020) को ‘स्वामीजी ग्रुप ऑफ कंपनीज’ के अधिकारियों के साथ मंदिर का दौरा किया था।
उन्होंने मंदिर के जीर्णोद्धार और इसे अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल में बदलने के लिए 300 करोड़ रुपए की राशि देने का वादा किया है। उन्होंने गर्भगृह को सोने की प्लेटों से ढँकने का वादा किया है। इसके अलावा उन्होंने 500 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, गेस्ट हाउस, ऑडिटोरियम, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर सप्लाई स्कीम और रिंग रोड के निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपए देने का वादा किया है। बताया जा रहा है कि यह अस्पताल दक्षिण भारत में मुफ्त इलाज देने वाला सबसे बड़ा अस्पताल साबित हो सकता है।
अपने फैसले के बारे में बात करते हुए, गाणाश्रवण ने कहा, “मैं बेंगलुरु से लगभग 80 किलोमीटर दूर एक गाँव में संगीतकारों के परिवार में पैदा हुआ था। पाँच साल पहले, मेरे गुरु ने मुझे चोट्टानिकारा मंदिर में प्रार्थना करने के लिए कहा, जिससे मेरी किस्मत बदल गई। मेरा स्वर्ण व्यवसाय फल-फूल रहा है और दुनिया भर में व्यापार को बढ़ा दिया। मेरा मानना है कि यह अम्मा का आशीर्वाद है जिसने मुझे ऐश्वर्य दिया। इसलिए मैंने अपनी कमाई का कुछ हिस्सा इस मंदिर के विकास के लिए खर्च करने का फैसला किया।”
Rs 700 crores. Yes, that’s how much Gaanasravan, a gold merchant from Bengaluru has offered to the deity of Kerala’s famous Chottanikkara Devi Temple. His ‘thanksgiving’ story in his own words…@xpresskerala @XpressBengaluru pic.twitter.com/v81eQ8JyOA
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) November 16, 2020
उन्होंने बताया, “चोट्टानिकारा में 500-बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित किया जाएगा और बिना धर्म, जाति और पंथ के सभी को मुफ्त इलाज किया जाएगा। हम एक वीआईपी गेस्ट हाउस के अलावा 300 कमरों वाले 7 गेस्ट हाउस बनाने की योजना बना रहे हैं।”
गाणाश्रवण ने आगे कहा, “एक वृद्धाश्रम भी बनाया जाएगा, जिसमें 200 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा 5,000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक अनाथालय और एक ऑडिटोरियम होगा। हम तिरुपति की तर्ज पर चोट्टानिकारा को एक अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेंगे।”
उन्होंने यातायात को सुगम बनाने के लिए सड़कों को चौड़ा करने और दो रिंग रोड को विकसित करने की योजना बनाई है। साथ ही, मंदिर के पूर्वी और पश्चिमी प्रवेश द्वार पर लेटराइट पत्थरों का उपयोग करते हुए दो बड़े गोपुरम बनाए जाएँगे। उन्होंने कीझकवु मंदिर के सामने मंदिर के तालाब का जीर्णोद्धार करने की कसम खाई है और 3 करोड़ रुपए में अन्नदानम बनाए जाएँगे। इसके अलावा वह 50 करोड़ रुपए के लिए पास की भूमि का अधिग्रहण करके एक पार्किंग लॉट प्रदान करेंगे।
प्रोजेक्ट के 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है
कोचीन देवास्वोम बोर्ड (CBD) एम के शिवराजन ने बताया, “यह कार्य कोचीन देवस्वाम बोर्ड की देखरेख में गाणाश्रवण की कंपनी के कंस्ट्रक्शन विंग द्वारा निष्पादित किया जाएगा। स्वामीजी ग्रुप और सीडीबी के नाम से एक संयुक्त खाता खोला जाएगा और काम शुरू होने से पहले प्रत्येक चरण के लिए पूरी राशि इस खाते में स्थानांतरित की जाएगी। जरूरत पड़ने पर सीडीबी कार्यों की निगरानी के लिए एक चीफ इंजीनियर की नियुक्ति करेगा। वे प्रारंभिक कार्य के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद सीडीबी को 5 करोड़ रुपए का भुगतान करने के लिए सहमत हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि कोचीन देवस्वोम बोर्ड ने केरल उच्च न्यायालय से मंजूरी के लिए अपील की है और अदालत की मंजूरी के एक महीने के भीतर काम शुरू हो जाएगा। कार्य जनवरी 2021 में शुरू होने और 2027 तक समाप्त होने की उम्मीद है।