कहते हैं कि शादी ऐसा लड्डू है जो खाए वो पछताए जो ना खाए वो भी पछताए… लेकिन उस स्थिति को क्या कहेंगे, जहाँ ये आपको जबरन गुंडई के दम पर खिलाया जाए, आपकी मर्जी के खिलाफ खिलाया जाए, हम बात कर रहे हैं- ‘पकड़ुआ’ या ‘पकड़ौआ’ विवाह की, जो बिहार के कुछ जिलों में बेहद पॉपुलर हैं और ये पिछले काफी समय से चला आ रहा है, हालाँकि समय बदलने के साथ इस प्रथा पर बहुत हद तक रोक भी लगी है लेकिन अभी भी ये कहीं-कहीं पर जारी है।
एक बार फिर से बिहार के गया जिले में पकड़ुआ विवाह का मामला सामने आया है। यहाँ छठ पूजा में अपने घर आए युवक का पहले अपहरण किया गया और फिर जबरन उसकी शादी करा दी गई। इस दौरान लगभग एक सप्ताह तक युवक को बंधक बनाए रखा गया। बाद में युवक किसी तरह झूठ बोलकर वहाँ से निकलने में कामयाब हुआ और थाने में घटना की पूरी जानकारी दी। घटना 10 नवंबर की बताई जा रही है।
जिले के मोहिउद्दीनपुर गाँव निवासी गुड्डू कुमार पिता उमाकांत प्रसाद ने नवादा नगर थाना पहुँचकर शिकायत दर्ज कराई कि उसका पकड़ुआ विवाह वजीरगंज थाना क्षेत्र के सरबहना गाँव में शंभु प्रसाद की बेटी रानी कुमारी के साथ करा दी गई। थाने में आपबीती सुनाते हुए गुड्डू ने बताया कि उसके साथ मारपीट की गई। युवक ने बताया कि उसे करीब एक सप्ताह तक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया और प्रताड़ित किया गया। परीक्षा देने का बहाना बनाकर युवक वहाँ से भागकर अपने गाँव आया और थाने में शिकायत की।
जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवक गुजरात के वापी स्थित एक निजी कंपनी में काम करता है। दिवाली के समय वह अपने मौसा के यहाँ दिल्ली गया था, जो कि वहाँ फल बेचने का काम करते हैं। युवक ने कहा कि मौसा के पास में ही लड़की का बहनोई भी फल बेचने का काम करता है, वहाँ उसकी उससे जान-पहचान हो गई।
गुड्डू ने बताया कि इसी बीच छठ पूजा के लिए लड़की के बहनोई ने उससे सरबहना में फल पहुँचाने का अनुरोध किया। जब वह फल लेकर नवादा पहुँचा तो उसे बंधक बना लिया गया और उसका जबरन पकड़ुआ विवाह करा दिया गया।
गुड्डू ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वह लड़की के भाई के साथ कमरे में सोए हुए थे। उन्होंने कहा, “मैं ऐसे ही गंजी में सोया हुआ था। वह (लड़की का भाई) रात में कब किवाड़ (दरवाजा) खोल कर बाहर गया और गाँव के 10-12 लोगों को बुला कर आया। मुझे पता नहीं चला। वो लोग मुँह में गमछी बाँध कर आया और मुझे उठाया। मैं तो बिलकुल डर गया कि ये लोग क्या करने वाले हैं तो मैंने पूछा कि यह सब क्या हो रहा है तो उसने कहा कि पहले आप रूम के अंदर तो चलो। इसके बाद वो लोग मुझे जबरदस्ती रूम के अंदर लेकर गया। फिर रूम में बंद करके डरा-धमका कर जबरदस्ती शादी करवाया गया।”
गौरतलब है कि 2019 में पटना की फैमिली कोर्ट ने इसी तरह के एक मामले में पकड़ुआ विवाह को अवैध करार दिया था। 2017 में पीड़ित विनोद अपनी दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए पटना गया था इसी दौरान उसके साथ मारपीट करके बंदूक की नोक पर जबरदस्ती शादी करवा दी गई थी।