बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में तीन तलाक के बाद हलाला करने के लिए दवाब बनाने का मामला सामने आया है। वहाँ तसीमा खातून नाम की मुस्लिम महिला का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने उसे घर में रखने के लिए उससे कहा कि वो या तो अपने देवर या फिर ननद के शौहर के साथ संबंध बनाए।
बताया जा रहा है कि महिला का शौहर दहेज की माँग कर रहा था। लेकिन, महिला द्वारा दहेज न दे पाने के बाद शौहर ने उसे तीन तलाक दे दिया। अब, ससुराल वालों का कहना है कि यदि उसे फिर से ससुराल में रहना है तो देवर या नंदोई के साथ हलाला करना होगा। महिला ने हलाला के लिए साफ तौर से मना करते हुए मामले की शिकायत पुलिस और मानवाधिकार आयोग से की है।
पीड़िता का कहना है, “हमारी शादी के कुछ महीनों तक रिश्ता ठीक चल रहा था। मेरा एक बेटा भी है। लेकिन, कुछ समय बाद मेरे पति ने मुझसे दहेज की माँग की और फिर वह मुझे दहेज के लिए प्रताड़ित भी करने लगा। पति और उसके परिजन 10 लाख रुपए और सोने की माँग कर रहे थे।”
पीड़ित महिला ने कहा है कि दहेज नहीं मिलने पर अप्रैल 2021 में मारपीट कर ससुराल वालों ने घर से भगा दिया था। इस मामले में जब पंचायत बुलाई गई तो पति ने पंचायत में ही सबके सामने तीन बार तलाक कहकर रिश्ता खत्म कर दिया।
इसके बाद महिला गत 21 अगस्त को फिर से अपने ससुराल पहुँची तो ससुराल वालों ने उसे डाँटकर भगा दिया। अब शौहर के घर वाले कह रहे हैं यदि उसे घर में रहना है तो हलाला करना पड़ेगा। महिला ने यह भी कहा है कि उसके ससुर की नीयत खराब है और वो उसे गलत नजर से देखता है।
ससुराल वालों द्वारा हलाला करने का दवाब बनाने के बाद महिला ने थाने में शिकायत की है। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने ससुर, सास, ननद और देवर को आरोपित बनाया है और अब इस मामले की जाँच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि महिला की शिकायत के आधार पर बयान दर्ज किया जा रहा है। साथ ही, तलाक के समय पंचायत में मौजूद लोगों के भी बयान लिए जाएँगे। इसके अलावा महिला ने मानवाधिकार आयोग में भी इस मामले की शिकायत है।