बिहार के समस्तीपुर के मोहम्मद अब्दुल्ला फिर से उमेश राय बन गए हैं। 15 वर्ष बाद उन्होंने ‘घर वापसी’ (Ghar Wapsi) की है। एक व्यक्ति के संपर्क में आकर इस्लाम कबूलने वाले उमेश राय को बाद में एहसास हुआ कि मुस्लिम समुुदाय के लोग उसे अपना नहीं मानते। इसके बाद उन्होंने फिर से हिंदू धर्म में लौटने का फैसला किया।
बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला का गाँव के ही मोहम्मद रियाज से विवाद चल रहा था। इसको लेकर बुलाई गई पंचायत में आरोपित की जगह खुद को दोषी ठहराने और अपने खिलाफ फैसला आने से वे आहत थे। इसके चलते उन्होंने वापस हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया। मामला समस्तीपुर के ताजपुर थाना क्षेत्र के भैरव खरा गाँव की है।
शनिवार (25 दिसंबर 2021) को गाँव के काली मंदिर में घर वापसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्य भूमिका हिंदू पुत्र संगठन की रही। सबसे पहले मोहम्मद अब्दुल्ला ने मुंडन करवाया। इसके बाद स्नान कर हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार पाग और जनेऊ देकर उनकी घर वापसी करवाई गई। जानकारी के मुताबिक मोहम्मद अब्दुल्ला से उमेश बने व्यक्ति के साथ उसके पड़ोस में रहने वाले मोहम्मद रियाज ने मारपीट की थी और उसकी हत्या का प्रयास किया था। इसको लेकर गाँव में मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों के द्वारा पंचायत की गई थी। पंचायत ने आरोपित की बजाए धर्म परिवर्तन करने वाले मोहम्मद अब्दुल्ला (अब उमेश) को दोषी ठहराते हुए उसके खिलाफ फैसला दिया। पंचायत के फैसले से आहत होकर उसने धर्म बदलने का फैसला लिया। उन्होंने 15 साल बाद फिर वापस हिंदू धर्म स्वीकार किया और अब्दुल्ला से उमेश बन गए।
उमेश ने इस बारे में बताते हुए कहा, “सभी लोगों ने एक साथ मन बना लिया था कि मेरे साथ हुई घटना को छुपा लेना है और इसका मर्डर कर देना है। इसलिए हम वहाँ से भाग निकले। वहाँ किसी ने हमको सहारा नहीं दिया और जिसने गलती की, उसके साथ ही सब चले गए। दो दिन दूसरे के यहाँ सोया। मेरी पत्नी ने भी मेरी बात नहीं मानी। जिसके साथ हमने 15 साल गुजारे हैं उसने ही बात छुपा ली। इसलिए हम वहाँ से भाग आए। मेरी जान को खतरा है। मैं अपने मन से घर वापस आया हूँ। प्रशासन मुझे सुरक्षा प्रदान करें।” बीजेपी के स्थानीय विधायक वीरेंद्र कुमार ने उनकी घर वापसी का स्वागत करते हुए कहा कि वे अपने सनातन धर्म में लौट आए हैं।