गुजरात के दाहोद में भारतीय जनता पार्टी के पार्षद हिरेन पटेल की हत्या मामले में चार साल बाद गुजरात आतंकवाद दस्ते ने बुधवार (20 मार्च 2024 ) को नौंवे आरोपित को गिरफ्तार किया है। इस आरोपित की पहचान मोहम्मद इरफान बिस्ती के तौर पर हुई है। गुजरात एटीएस ने मध्य प्रदेश एटीएस के साथ मिलकर इसे गिरफ्तार किया। ये घटना के बाद से फरार था और इंदौर में छिपकर हेयर सैलून चला रहा था।
बता दें कि पुलिस की रिपोर्टों में इस केस को ‘कॉन्ट्रैक्ट किलिंग’ और राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में हुई हत्या बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 4 साल पहले 27 सितंबर 2020 को मॉर्निंग वॉक पर निकले बीजेपी नेता को गाड़ी से कुचलकर मार डाला गया था। हत्या की साजिश दाहोद के पूर्व सांसद बाबूभाई कटारा के बेटे अमित कटारा ने रची थी।
बीजेपी नेता की मौत के बाद जब मामले में मुकदमा दर्ज हुआ तो 8 लोग गिरफ्तार हुए। साजिशकर्ता इमरान गुड़ाला निकला, उसी ने अमित कटारा से पैसे लेकर ये सब करवाया था। जब इमरान पकड़ा गया तो इरफान के नाम की भी जानकारी हुई। लेकिन, नाम खुलते ही इरफान फरार हो गया।
मामले में पुलिस अधीक्षक हर्ष उपाध्याय बताते हैं, “घटना के बाद आरोपित इंदौर चले गए थे। जब इरफान को पता चला कि उसका नाम सामने आ गया है तब वह अपनी पत्नी के साथ इंदौर के खरजाना में छिप गया। उसने कुछ समय बाद वहाँ हेयर सैलून खोल लिया ताकि किसी को उस पर शक न हो।”
गुजरात एटीएस यूनिट को जब इसकी जानकारी नहीं हुई कि इरफान कहाँ है तो उन्होंने मध्य प्रदेश एटीएस से संपर्क किया। इरफान की जानकारी उनके साथ शेयर की गई और आखिरकार इरफान को मध्य प्रदेश एटीएस की इंदौर यूनिट की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वो हिरेन पटेल की हत्या मामले में शामिल था।
कॉन्ट्रैक्ट में सुपारी के तौर पर इरफान को 25000 रुपए भी दिए गए थे ये बात भी इरफान ने पुलिस पूछताछ में स्वीकारी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इरफान बिस्ती अपने साथियों औक मामले के सह आरोपितों के साथ हत्या की साजिश को अंजाम देने इंदौर से झालोद आए थे। हिरेन पटेल यहीं की नगर पालिका में पार्षद थे।