तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में भारतीय जनता पार्टी के जिला सचिव सेल्वाकुमार की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि शनिवार को भाजपा कार्यकर्ता को सड़क पर घेरकर अज्ञात लोगों ने मौत के घाट उतार दिया। अब बीजेपी ने इस हत्या के बाबत डीएमके पर निशाना साधा है और राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं जबकि इलाके के सांसद कार्ति पी चिदंबरम का कहना है कि इस हत्या का कोई राजनीतिक कारण नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सेल्वाकुमार शनिवार (27 जुलाई 2024) को अपने ईंट भट्टे से मोटरसाइकल से घर लौट रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और उन पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद आरोपित फरार हो गए। राहगीरों ने सेल्वाकुमार को खून से लथपथ देखा और अधिकारियों को सूचित किया। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुँच देखा तो सेल्वाकुमार को अस्पताल लेकर गया जहाँ पता चला कि उसकी मौत हो चुकी थी।
சிவகங்கை @BJP4Tamilnadu கூட்டுறவு பிரிவு மாவட்டச் செயலாளர் சகோதரர் திரு.செல்வகுமார் அவர்கள், நேற்று இரவு, சமூக விரோதிகளால் வெட்டிக் கொலை செய்யப்பட்டுள்ளார் என்ற செய்தி மிகுந்த அதிர்ச்சி அளிக்கிறது. அவரைப் பிரிந்து வாடும் அவரது குடும்பத்தினருக்கு, ஆழ்ந்த இரங்கல்களைத் தெரிவித்துக்… pic.twitter.com/MKs6ijnaoy
— K.Annamalai (@annamalai_k) July 28, 2024
हत्या की खबर सुनने के बाद भाजपा कार्यकर्ता समेत सेल्वाकुमार के समर्थक और ग्रामीण सड़कों पर आ गए। सबकी माँग थी कि आरोपितों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए इलाके में पुलिस बल को तैनात किया है।
वहीं राज्य भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने तमिलनाडु में बिगड़ते कानून व्यवस्था की ओर ध्यान दिलाते हुए इसे हत्याओं की राजधानी कहा। उन्होंने कहा, “असामाजिक तत्वों को सरकार या पुलिस का कोई डर नहीं है। मुख्यमंत्री, जिनके नियंत्रण में पुलिस है, एक राजनीतिक नाटक चला रहे हैं।” उन्होंने एमके स्टालिन से यह भी कहा कि वे आत्मचिंतन करें कि क्या उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार है। उन्होंने मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया है कि भाजपा उन्हें हर तरह से सपोर्ट करेगी।
इस मामले में सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने दावा किया कि सेल्वाकुमार की हत्या में कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। कार्ति चिदंबरम ने एक्स पर कहा, “हत्या के संबंध में शिवगंगा जिले के एसपी से बात की, जिन्होंने कहा कि हत्या दो समूहों के बीच दुश्मनी के कारण हुई है और उन्होंने संदिग्धों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसमें कोई राजनीतिक कोण नहीं है। लेकिन हत्याओं की बढ़ती आवृत्ति चिंताजनक है।”