मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों का गलत इस्तेमाल करने वाली ‘बुल्ली बाई’ ऐप के विरुद्ध एफआईआर होनी शुरू हो गई है। भारत के आईटी मंत्री ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कहा कि भारत सरकार दिल्ली और मुंबई पुलिस के साथ मिल कर इस केस में काम कर रही है। इससे पहले उन्होंने बताया था कि बुल्ली बाई ऐप के होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब ने यूजर को खुद ही ब्लॉक कर दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इंडियन कम्प्युटर इमरजेंटी रिस्पांस सिस्टम (CERT) और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें सहयोग कर रहे हैं। घटना की जाँच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाने और साइबर सेल के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है।
Govt. of India is working with police organisations in Delhi and Mumbai on this matter. https://t.co/EOLUb0FlQe
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 2, 2022
इस मामले पर शिकायत करने वाली शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बुल्ली बाई ऐप पर अपडेट को लेकर कहा, “मुंबई में पश्चिमी क्षेत्र के साइबर पुलिस थाने में धारा 153 (ए), 153 (बी), 295 (ए), 354 डी, 509, 500 और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत ट्विटर हैंडल को संभालने वाले और बुल्ली बाई ऐप के डेवलपर के ख़िलाफ़ मामला दर्ज हुआ है जिसे गिटहब पर होस्ट किया गया था।”
Update #BulliBai @MumbaiPolice
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) January 2, 2022
On 01/01/2020, West Region Cyber police Station, Mumbai has registered CR No.01/2022, U/S 153(A), 153(B), 295(A), 354D, 509, 500 IPC r/w 67 IT Act against above mentioned twitter handle holders and ‘Bulli Bai’ app developer hosted on GitHub
इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी दिल्ली पुलिस को इस मामले में एक्शन लेने को कहा है। आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस्मत आरा की शिकायत के बाद इस मामले पर संज्ञान लिया। इस्मत का दावा था कि इस ऐप का वो भी शिकार हुई हैं। उन्होंने बाद में यह जानकारी भी दी थी कि साउथ ईस्ट दिल्ली की साइबर पुलिस ने केस में एफआईआर की है। मामले को आईपीसी धारा 153 ए, 153 बी, 354ए और 509 के तहत दर्ज किया है।
बता दें कि ‘बुल्ली बाई’ एक ऐसा एप्लिकेशन था जो गिटहब एपीआई पर बनाया गया था और ‘सुल्ली डील’ ऐप के जैसे काम करता था। गिटहब ऐप पर बुल्ली बाई (Bulli Bai app on GitHub) नाम से बनाए गए ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को अपलोड कर उनको नीलाम किया जा रहा था। खुलासा होने पर इसके ट्विटर हैंडल को सस्पेंड किया गया। इसके बायो में लिखा था, “बुल्ली बाई खालसा सिख फोर्स (केएसएफ) के एक समुदाय द्वारा संचालित ओपन-सोर्स ऐप है।” वहीं इसके ट्विटर लोकेशन स्टेटस से पता चला कि यह अकॉउंट यूएस से संचालित किया जा रहा था।