सीबीआई ने 177 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले के मामले में जम्मू कश्मीर में मंत्री रहे अब्दुल रहीम राथेर के बेटे हिलाल राथेर के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने लगभग 10 दिनों पहले ही इस मामले की जाँच शुरू की है और शनिवार (मार्च 14, 2020) को हिलाल के विरुद्ध कार्रवाई की शुरुआत कर दी गई। ये चार्जशीट जम्मू की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया। चार्जशीट में जम्मू एंड कश्मीर बैंक के न्यूज़ यूनिवर्सिटी कैम्पस के ब्रांच प्रमुख इक़बाल सिंह और अरुण कपूर का भी नाम आरोपितों में शामिल है।
इस मामले की जाँच एक स्पेशल इंवेस्टिगेटिंग टीम द्वारा किया जा रहा है। इससे पहले केंद्र शाषित प्रदेश की एंटी-करप्शन ब्यूरो द्वारा इसकी जाँच की जा रही थी। सीबीआई ने इस मामले की एफआईआर 4 मार्च को दर्ज की थी। एसबीआई जाँच के लिए जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश द्वारा निवेदन किया गया था। सीबीआई का कहना है कि हिलाल राथेर ने तत्कालीन बैंक अधिकारियों के साथ मिल कर आपराधिक साज़िश रचते हुए 177.68 करोड़ रुपए का लोन प्राप्त किया। इसके लिए तय दिशा-निर्देशों और नियमों का उल्लंघन किया गया। सीबीआई ने बताया:
“ये सारे लोन फ्लैट्स के निर्माण के लिए गए थे। आरोपित ने अपने कर्मचारियों के बैंक खातों का दुरूपयोग करते हुए इन रुपयों की हेराफेरी की और गड़बड़ियाँ की। इतना ही नहीं, आरोपित हिलाल ने बैंक के समक्ष फर्जी दस्तावेज और बिल भी पेश किए।”
इस पूरे खेल में कई बैंक अधिकारी भी मिले हुए थे क्योंकि उन्होंने आरोपित द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों की पुष्टि करने की भी कोशिश नहीं की। अधिकारियों ने लोन ग्रांट करने के लिए नियमों को ताक पर रखा और इसके बाद राथेर ने रुपयों की हेराफेरी की, इसीलिए ये मनी लॉन्ड्रिंग का केस बनता है। सीबीआई ने बताया कि आरोपित हिलाल की सम्पत्तियों की जाँच की जा रही है। देश-विदेश में उसके द्वारा किए गए रुपयों के लेनदेन और अर्जित की गई संपत्ति का पता लगाया जा रहा है।
Almost 10 days after the #CentralBureauofInvestigation filed a Rs 177 crore bank fraud case against Hilal Rather, son of former J&K Finance Minister and National Conference leader Abdul Rahim Rather, the CBI charge-sheeted him and two bank employees on Saturday.#CBI pic.twitter.com/ZCAlX4Yilz
— IANS Tweets (@ians_india) March 14, 2020
पूरा मामला ये है कि फ्लैट निर्माण के लिए जो लोन लिया गया, उसे कहीं और इस्तेमाल किया गया। सीबीआई लेनदेन की पूरी प्रक्रिया की जाँच के बाद आगे की जानकारी देगी। चार्जशीट फाइल होने के बाद इस केस की जाँच में तेज़ी आने की उम्मीद है। ये मामला हाई प्रोफाइल बन चुका है क्योंकि हिलाल के अब्बा अब्दुल रहीम राथेर 36 साल से चरार-ए-शरीफ से विधायक रह कर रिकॉर्ड बना चुके हैं और जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री भी रहे हैं।