बिहार की राजधानी पटना में लॉ कॉलेज के सामने सोमवार (27 मई, 2024) को हर्ष राज नामक छात्र की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। वो परीक्षा देकर बाइक से निकल रहे थे, तभी वहाँ आए एक दर्जन से भी अधिक अज्ञात बदमाशों ने उन्हें गिरा दिया और लाठी-डंडे से पीट-पीट कर मार डाला। इस मामले में बिहार पुलिस ने बिहटा के अम्हारा गाँव के रहने वाले चंदन यादव को मुख्य साजिशकर्ता बताते हुए गिरफ्तार किया। हर्ष राज BN कॉलेज में पढ़ते थे। वो BA तृतीया वर्ष के छात्र थे।
चंदन यादव पटना यूनिवर्सिटी में वामपंथी छात्र संगठन AISA (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन) का उपाध्यक्ष था। वो कम्युनिस्ट विचारधारा में यकीन रखता था और शांति से अधिक तथाकथित क्रांति में विश्वास रखता था। उसकी छवि छात्र नेता की थी। हालाँकि, फजीहत होने के बाद अब AISA ने उसे बरख़ास्त कर दिया। संगठन की राज्य अध्यक्ष प्रीति झा और राज्य सचिव सबीर कुमार ने इसकी पुष्टि की है। साथ ही डैमेज कंट्रोल के लिए दावा किया कि चंदन यादव लंबे समय से संगठन में सक्रिय नहीं था।
चंदन यादव दानापुर के कोथवा में रहता था। हालाँकि, वो 2 वर्षों से जैक्शन हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहा था। वो यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहा था। जितेंद्र यादव के बेटे चंदन यादव के लिए मारपीट, फब्तियाँ कसना और छात्रों को ट्रॉल करना आम बात था। पटना के सिटी एसपी (ईस्ट) भरत सोनी का कहना है कि 5 बदमाशों के नाम-पता का सत्यापन कर लिया गया है और उनकी गिरफ़्तारी के लिए धर-पकड़ की जा रही है। वॉरंट जारी कराने के अलावा कुर्की-जब्ती की कार्रवाई भी की जाएगी।
लगभग एक दर्जन लड़कों को हिरासत में लेकर आरोपितों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। ABVP (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने इस घटना के सामने आने के बाद AISA के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए संगठन को प्रतिबंधित करने और कैम्पस से दूर करने की माँग की है। संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवलक्य शुक्ल ने कहा कि केरल से लेकर बिहार तक आए कई प्रकरणों से इन वामपंथी संगठनों की असलियत सामने आ रही है, छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए इन्हें शैक्षणिक परिसरों से दूर करना होगा।
चंदन यादव का कहना है कि दशहरा 2023 के दौरान मिलर ग्राउंड में हर्ष राज द्वारा आयोजित डांडिया नाइट में हुई लड़ाई का बदला लेने के लिए उसने इस घटना को अंजाम दिया है। वहाँ एंट्री को लेकर हुए विवाद के बाद हर्ष राज के बाउंसरों ने चंदन यादव और उसके दोस्तों की पिटाई कर दी थी। हर्ष राज द्वारा पुलिस को सूचित किए जाने के बाद ये सब भाग गए थे। घटना वाले दिन चंदन यादव और उसके साथी बदमाशों ने लॉ कॉलेज की रेकी की थी। भीषण गर्मी के बहाने इन्होंने अपना चेहरा ढँक रखा था।
परीक्षा के कारण वहाँ छात्रों की काफी आवाजाही थी, इसीलिए किसी ने हमलावरों पर ध्यान नहीं दिया। अचानक हुए हमले से हर्ष राज गिर कर बेहोश हो गए, फिर ईंट-पत्थर से उनकी छाती पर वार किया गया। कुछ हमलावर पैदल, कुछ बाइक से तो कुछ ऑटो से वहाँ से निकल लिए। उधर हर्ष राज के परिजनों ने इसके पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताई है। ऑपइंडिया से बात करते हुए खुद को हर्ष का चाचा बताने वाले नवनीत सिंह ने कहा कि मामला उतना सीधा नहीं है जितना दिख रहा।
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— Zee Bihar Jharkhand (@ZeeBiharNews) May 30, 2024
हर्ष राज के परिजनों ने इसे राजनीतिक हत्या बताते हुए कहा कि हर्ष राज पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले थे। छात्र समूहों में वो खासा लोकप्रिय हो गया था, ऐसे में इससे किसको डर था ये सोचने वाली बात है। बदमाशों को संरक्षण देने के पीछे कुछ नेता हैं, ऐसी भी आशंका जताई जा रही है। हर्ष राज के परिजन CBI जाँच की माँग करते हुए कह रहे हैं कि बिहार के कुछ बड़े नेताओं की मिलीभगत इसमें सामने आ सकती है।