छत्तीसगढ़ पुलिस ने सोमवार (5 अक्टूबर 2020) को एक नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोप में पूर्व कॉन्ग्रेस नेता अमृत तिर्की को गिरफ्तार किया है। घटना एक महीने पहले की है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार तिर्की ने पहले अपनी नाबालिग रिश्तेदार के साथ दुष्कर्म किया फिर खुद ही उसे थाने ले जाकर किसी अन्य के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवा दी। जाँच के दौरान पुलिस को उसकी सच्चाई का पता चला, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
एसपी संतोष सिंह ने बताया कि दर्ज शिकायत पर जाँच करने के बाद मनगढ़ंत मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता से दोबारा पूछताछ की। पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान में तिर्की पर ही बलात्कार का आरोप लगाया। पीड़िता ने बताया कि दबाव डालकर और खुद को बचाने के लिए तिर्की ने दूसरे के नाम पर एफआईआर कराई। इस खुलासे के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि तिर्की कॉन्ग्रेस पार्टी का नेता रह चुका है। 2008 में धरमजयगढ़ से वह विधानसभा का चुनाव बतौर निर्दलीय उम्मीदवार लड़ चुका है। 2019 में उसने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बैनर तले एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में रायगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। वह छत्तीसगढ़ का नामी कुख्यात बाहुबली है। हाईवे डकैती, कोयला अवैध उत्खनन और कई अन्य अपराधों में उसका नाम लिया जाता है।
पीड़िता द्वारा मजिस्ट्रेट के सामने तिर्की का नाम लिए जाने के बाद एसपी ने मामले को अपने हाथ में लेते हुए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इस मामले की जाँच में धरमजयगढ़ और रेरुमा चौकी थाने के पुलिसकर्मियों की लापरवाही भी सामने आई है।
जाँच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि तिर्की ने 14 वर्षीय पीड़िता के साथ लगभग आठ महीने तक बलात्कार किया। तिर्की को अंदेशा था कि पीड़िता के परिजन उसके खिलाफ शिकायत कर सकते हैं तो उसने उन्हें कापू कदमढोड़ी में रहने वाले एक रिश्तेदार के घर भेज दिया। पीड़ित परिवार ने तिर्की की धमकी से डर कर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
तिर्की 25 वर्षों से अधिक समय से धरमजयगढ़-पत्थलगांव क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना हुआ था। उसके खिलाफ 1998 से एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। 15 साल से अधिक समय से वह कोयला माफिया के साथ जुड़ा है। तेजपुर क्षेत्र उच्च गुणवत्ता वाली कोयला खदानों के लिए जाना जाता है। इसी का फायदा उठा कर वह वन और खनन अधिकारियों को धमकाता था और लूटपाट मचाता था। तिर्की ने अपने ‘करियर’ की शुरुआत एक डाकू के रूप में धरमजयगढ़-पत्थलगांव राजमार्ग पर एक ट्रक पर हमला करके की थी। इसके बाद उसने बाइक और ट्रकों की कई लूट को अंजाम दिया।